जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। मोदी को रोकना है…इसलिए हम सबको एक होना होगा…इस सोच के साथ इंडिया गठबंधन बना है लेकिन अब ये पूरी तरह से टूटता हुआ नजर आ रहा है। बीजेपी ने पहले ही कहा था कि लोकसभा चुनाव आते-आते इंडिया गठबंधन टूट जायेगा। बीजेपी का ये कहना अब सत्य साबित हो रहा है।
पहले नीतीश कुमार ने अपना पाला बदला और इंडिया गठबंधन से आपने आप को एक झटके में अलग कर लिया। इसका नतीजा ये हुआ कि बिहार में रातों-रात सरकार बदल गई। नीतीश कुमार का जाना एक बड़ा झटका था क्योंकि उनकी पहल से सब एक हुई थे। इसी दौरान ममता बनर्जी, केजरीवाल के साथ-साथ अखिलेश यादव भी भले ही पाला न बदले हो लेकिन फिलहाल उनकी राहें कांग्रेस से अलग होती हुई नजर आ रही है।
पश्चिम बंगाल और बिहार के बाद विपक्षी गठबंधन को अब लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में अब अखिलेश यादव की सपा किसी भी तरह से कांग्रेस से तालमेल नहीं बैठा पा रही है। सीट शेयरिंग को लेकर दोनों के बीच खींचातान काफी देखने को मिली है। इतना ही नहीं अखिलेश यादव बार-बार बीच का रास्ता तलाश रहे थे लेकिन कांग्रेस ने उसके ऑफर किसी भी तरह से गंभीरता से नहीं लिया है। इसका नतीजा ये हुआ कि उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) भी एकला चलो की राह पर दौडऩे पर मजबूर हो गया है।
सपा से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस से हर बातचीत पूरी तरह से फेल हो चुकी है। इस वजह से आगे अब कोई बातचीत भी नहीं की जायेगी। इसका मतलब है कि अब अखिलेश व राहुल के बीच किसी तरह का संवाद भी नहीं होगा। अगर ऐसा होता है लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है।