जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मौत के घाट उतार दिया गया है। इस हत्याकांड पर सवाल उठ रहा है क्योंकि उस वक्त पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की गई है।
अगर देखा जाये तो 44 सालों की अपराध की कहानी का अंत एक मिनट में खत्म हो गया। शूटआउट के वीडियो से सामने आया है। सोशल मीडिया पर अब कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। सवाल ये भी ये तीनों की अतीक-अशरफ से कोई निजी दुश्मनी थी। इस वजह किसी को हत्याकांड पर विश्वास नहीं हो रहा है।
उधर माफिया डॉन अतीक अहमद की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस की जांच में एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि अतीक अहमद ने पुलिस हिरासत में खुद पर हमले की साजिश रची थी। इसी के तहत इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।
पुलिस ने अपनी जांच में बताया है कि अतीक अपने ऊपर फायरिंग और बमबाजी कर अपनी सुरक्षा को और मजबूत करना चाहता था।
इस पूरी मिशन को अंजाम देने के लिए अपने खास शूटर बमबाज गुड्डू मुस्लिम को जिम्मेदारी सौंपी थी। बाद में उसी ने कुछ बदमाशों को इस काम में लगाया था लेकिन हमले में अतीक अहमद को किसी तरह की नुकसान नहीं पहुंचाना था।
इतना ही नहंी नजदीक से फायरिंग करनी थी और आसपास बम फेंके जाने थे. इसके जरिए यह संदेश देना था कि अतीक अहमद पर उनके विरोधियों ने हमला किया है, इसलिए उसकी सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए।
अब ये सवाल है जिसका जवाब चाहिए
पुलिस के अब ये पता लगाना है कि कहीं तीनों शूटर लवलेश, अरुण और सनी को अतीक अहमद के गिरोह ने तो नहीं बुलाया था। कहीं ऐसा तो नहीं कि गिरोह के किसी सदस्य ने हमले का नाटक करने की बजाय धोखे से मारने के लिए सुपारी दे दी हो? कहीं ऐसा तो नहीं है कि तीनों निशानेबाज को कहीं और से निर्देश मिले हों और उन्होंने डबल क्रॉस कर लिया हो।