जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं जागरूक नागरिकों ने मिलकर नागरिकों के संवैधानिक एवं विधिक अधिकारों के लिए अधिकार सेना नाम से एक संगठन का गठन किया है। सेना का उद्देश्य नागरिकों के विभिन्न कानूनी तथा अधिकारों की रक्षा तथा उनका वास्तविक उपयोग कर पाने में मदद करना है।
इसके संस्थापक अमिताभ ठाकुर ने कहा कि सेना एक ऐसे माहौल का सृजन करना चाहता है जहाँ नागरिक वास्तव में अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकें।
उन्होंने कहा सबसे दिक्कात्तलब बात यह है कि जहां संविधान एवं कानून ने आम नागरिकों को तमाम अधिकार दिए हैं, वहीं वे इसके एक बड़े हिस्से का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।
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इसका बड़ा कारण यह है कि तमाम राजनेता तथा रसूखदार लोग नहीं चाहते कि नागरिक अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकें. अत: वे नागरिकों से अपने अधिकार हासिल करने की बात करने की जगह हमेशा कर्तव्यों की बात करते हैं।
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अमिताभ के अनुसार सेना का यह मानना है कि आम नागरिक जरुरत से ज्यादा कार्यव्य निभा रहा है और उन्हें अब अपने अधिकारों पर भी ध्यान देने की जरुरत है। अत: इसका फोकस नागरिकों के अधिकारों पर होगा।
उन्होंने कहा कि सेना के साथ उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों से 2000 से अधिक सदस्य जुड़े चुके हैं तथा वे एक जमीनी संगठन बनाने को प्रयासरत हैं।