- स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन में लगातार दूसरे साल गिरावट
- स्विस बैंक में 30 वर्षों के तीसरे सबसे न्यूनतम स्तर पर आई भारतीयों की कुल जमा राशि
जुबिली न्यूज डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2014 लोकसभा चुनाव में काले धन का मुद्दा जोर-शोर से उठाए थे। उन्होंने देशवासियों से कहा था कि देश का कालाधन वह वापस लायेंगे और जनता में बांटेंगे। मोदी सत्ता में आ गए लेकिन छह साल बाद भी देश का काला धन वापस नहीं आया। फिलहाल खबर है कि स्विस बैंकों में पैसा जमा करने में भारतीय कम रूचि ले रहे हैं।
स्विटजरलैंड सेंट्रल बैंक की तरफ से जारी सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन में पिछले साल काफी गिरावट आई है। स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन में लगातार दूसरे साल गिरावट दर्ज की गई है।
ये भी पढ़े : अगर ऐसे ही रहा चीन का रवैया तो और खराब होंगे हालात
ये भी पढ़े : भारत की सीमा पर नेपाल बना रहा है सड़क और हैलीपैड
ये भी पढ़े : मध्य प्रदेश के राजभवन से बाहर निकलने को तैयार नहीं है कोरोना
रिपोर्ट में बताया गया है कि स्विस बैंकों में पिछले साल यानी 2019 में भारतीयों के कुल 6,625 करोड़ रुपये जमा थे। यह राशि साल 2018 की तुलना में छह फीसद कम है।
स्विटजरलैंड सेंट्रल बैंक ने साल 1987 से विदेशों से जमा होने वाली पूंजी के आंकड़ों का संग्रहण शुरू किया था। इन आंकड़ों के अनुसार, लगातार दूसरे साल भारतीयों के जमा धन में गिरावट के कारण स्विस बैंकों के खातों में कुल जमा धन करीब 30 वर्षों के तीसरे सबसे न्यूनतम स्तर पर आ गया है। स्विट्जरलैंड में साल 2019 के अंत में कुल 246 बैंक थे।
यह भी पढ़ें : ऐसे कैसे 2025 तक होगा भारत टीबीमुक्त ?
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : सरेंडर पर राजनीति नहीं मंथन करें हम
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीस वर्षों में स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा साल 1995 में 723 मिलियन स्विस फ्रैंक जमा कराया गया था, जो पहली सबसे कम राशि है। इसके बाद साल 2016 में भारतीयों ने स्विस बैंकों में 676 मिलियन स्विस फ्रैंक जमा कराए, यह दूसरी सबसे कम राशि है। इसके बाद साल 2019 में भारतीयों द्वारा स्विस बैंकों में 899 मिलियन स्विस फ्रैंक जमा कराए गए हैं, यह तीसरी सबसे कम राशि है।
स्विस में पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोगों की जमा में भी काफी गिरावट आई है। पाकिस्तानियों की जमा स्विस बैंकों में लगभग 45 फीसद घटकर 41 करोड़ स्विस फ्रैंक पर आ गई है। वहीं बांग्लादेशियों की जमा 2 फीसद घटकर 60.5 करोड़ स्विस फ्रैंक पर आ गई है। हालांकि, अमेरिका और ब्रिटेन के नागरिकों की स्विस बैंकों में जमा राशि में बढ़ोत्तरी हुई है।