न्यूज डेस्क
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (पीएनबी) के आरोपित मेहुल चोकसी को भारत लाने की उम्मीदें बढ़ गई है। एंटिगुआ सरकार जल्द ही उसे भारत प्रत्यर्पित करेगा।
दरअसल यह उम्मीद एंटिगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन के बयान के बाद से जगी है। उन्होंने डीडी न्यूज से एक साक्षात्कार में कहा कि उसकी याचिकाओं का निपटारा होते ही भारत प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ‘हम कानून को मानने वाले देश हैं और मामला न्यायपालिका के सामने है।’ उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय अधिकारी उससे पूछताछ करने के लिए स्वतंत्र हैं।
इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ब्राउन ने मेहुल को धूर्त भी कहा। ब्राउन ने कहा, ‘उसने (मेहुल चोकसी) कई याचिकाएं दाखिल कर रखी हैं और जब तक ये याचिकाएं निपट नहीं जातीं हम कुछ नहीं कर सकते। ‘
गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक में हुआ यह घोटाला करीब 13500 करोड़ रु का बताया जाता है।
पीएम गेस्टन ब्राउन ने आगे कहा, उनके देश को मेहुल चोकसी से कोई फायदा नहीं है। मालूम हो कि मेहुल चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी साल भर पहले देश छोड़कर भाग गए थे।
नीरव मोदी फिलहाल ब्रिटेन में हिरासत में है और खुद को भारत प्रत्यर्पित किए जाने से बचने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहा है। उधर, मेहुल चोकसी को एंटिगुआ ने इस साल की शुरुआत में नागरिकता दे दी थी।
भारत में उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए ईडी अब तक उसकी करीब 25 करोड़ रु की संपत्ति कुर्क कर चुका है। सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है।
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