जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। अप्रैल महीने में देश की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों में मामूली सुधार देखने को मिला। एक मासिक सर्वेक्षण में इसकी जानकारी मिली। कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच नए ऑर्डर और आउटपुट की रफ्तार आठ माह के निचले स्तर पर आ गई है। IHS Markit ने भारत विनिर्माण खरीद प्रबंध सूचकांक (पीएमआई) जारी किया।
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PMI अप्रैल 2021 के लिए 55.5 पर रहा, जो कि मार्च 2021 के 55.4 से थोड़ा ऊपर है। यदि पीएमआई 50 से अधिक हो तो इससे गतिविधियों में तेजी का पता चलता है। पीएमआई के 50 से कम रहने का अर्थ संकुचन का संकेत देता है।
IHS Markit में एसोसिएट डायरेक्टर (इकोनॉमिक्स) पॉलियाना डि लीमा ने कहा, ”कोविड-19 संकट के और गहरा जाने से नए ऑर्डर और आउटपुट के ग्रोथ में और नरमी देखने को मिली।”
लिमा ने कहा कि मैन्युफैक्चरर्स जिन परेशानियों का सामना कर रहे हैं, उन्हें नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। जहां तक लागत का सवाल है तो सर्वे में शामिल प्रतिभागियों ने लागत व्यय में तेज वृद्धि का संकेत दिया है।
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