जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तराखंड में बीते दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के बाद पूरे प्रदेश में तबाही मची है। मौसम विभाग ने आज यानी 19 अक्टूबर के लिए भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश के साथ ही उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ के 3500 मीटर से ऊंचे इलाकों में बर्फबारी की भी चेतावनी है।
भारी बारिश की वजह से पूरा नैनीताल पानी-पानी हो गया है। वहीं कोसी नदी का पानी रिजार्ट में घुसने लगा है। मोहान के पास बने एक रिजॉर्ट में नदी का पानी घुसने से डेढ़ सौ पर्यटक फंस गए हैं। एक दर्जन से अधिक कारें डूबने लगी है।
कोतवाल आशुतोष सिंह ने बताया कि मोहान के पास लेमनट्री रिजॉर्ट में रविवार को दिल्ली, यूपी आदि जगहों से रूकने के लिए डेढ़ सौ से अधिक पर्यटक सहित बच्चे आए थे।
#WATCH | Uttarakhand: Nainital Lake overflows and floods the streets in Nainital & enters building and houses here. The region is receiving incessant heavy rainfall. pic.twitter.com/G2TLfNqo21
— ANI (@ANI) October 19, 2021
पर्यटकों को निकालने के लिए रामनगर से रेस्क्यू टीम व एक बस भेजी गई है। उन्होंने बताया कि नाले उफान पर आने से एनएच 309 व रामनगर हल्द्वानी मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से बंद की गई है।
वहीं दूसरी ओर, नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण 9 मजदूरों समेत कुल 15 लोगों की मौत हो गयी है। रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए। ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे।
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सोमवार की शाम पास में ही एक मकान में रह रहे इन मजदूरों के ऊपर 24 घन्टे से हो रही बारिश के कारण मलबा आ गया, जिससे 9 की मौत हो गयी।
करीब चौदह घंटों से लगातार जारी बारिश ने नैनीझील के जलस्तर के सारे रिकॉर्ड रिकार्ड टूट गए। सिंचाई विभाग के मुताबिक शाम करीब पांच बजे तक नैनीताल में 200 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी थी, जिस कारण झील का जलस्तर पर 12.2 फीट के ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड को पार कर गया।
#WATCH | An under construction bridge, over a raging Chalthi River in Champawat, washed away due to rise in the water level caused by incessant rainfall in parts of Uttarakhand. pic.twitter.com/AaLBdClIwe
— ANI (@ANI) October 19, 2021
वहीं झील का पानी ओवरफ्लो होकर माल रोड तक पहुंच गया। इससे पहले अक्तूबर 1998 में सबसे अधिक 106 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। तब जलस्तर 11.5 फीट पहुंचने पर झील का पानी ओवरफ्लो हुआ था।
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नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि नैनीताल की ओर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है। झील किनारे रह रहे सभी लोगों को अलर्ट किया गया है। संबंधित अधिकारी राहत कार्य में जुटे हैं। शहर के तीनों मार्गों को खुलवाने के लिए जेसीबी भेजी गई है।