जुबिली न्यूज़ डेस्क
महोबा के चर्चित क्रेशर व्यापारी हत्याकांड मामले में शुक्रवार की देर रात एसआईटी ने खुलासा किया है कि किसी बाहरी व्यक्ति ने क्रशर कारोबारी को गोली नहीं मारी, बल्कि उन्होंने अपनी गाड़ी के अंदर खुद ही अपनी पिस्टल से गोली मारी थी। अधिकारियों का दावा है कि घटनास्थल पर किसी और के होने का साक्ष्य नहीं मिला है।
एडीजी प्रेमप्रकाश ने बताया कि एसआईटी ने जांच की और मृतक के पोस्टमार्टम का अवलोकन किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने के प्रवेश एवं निकास के घावों के बारे में स्पष्ट टिप्पणी अंकित नहीं थी। इसके बाद रीजेंसी के चिकित्सकों से पूछताछ हुई। इसके बाद गोली लगने का प्रवेश घाव सामने से स्पष्ट हुआ।
इंद्रकांत की आडी कार का सूक्ष्म निरीक्षण करने पर कार से फायर के संबंध में महत्वपूर्ण बेलिस्टक साइंस से संबंधित सक्ष्य मिले। इसके बाद दिवंगत के स्वजनों से लाइसेसी पिस्टल प्राप्त किया गया। इसके बाद अन्य लोगों के भी पिस्टर प्राप्त कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा भेजा गया। इसके बाद यह निष्कर्ष प्राप्त हुआ कि आडी कार से बरामद खोखा कारतूस दिवंगत इंद्रकांत की लाइसेंसी पिस्टर से फायर हुआ है।
अवसाद की स्थिति में थे दिवंगत व्यापारी इंद्रकांत
एडीजी प्रेमप्रकाश ने बताया कि अभी विवेचना और जांच चल रही है। अभी किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है। जरूरत पड़ी तो नार्कोटेस्ट भी कराया जाएगा। एडीजी ने यह भी बताया कि, निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार को इस समय कोरोना हुआ है और उनके वकील ने इसका साक्ष्य भेजा है।
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उन्होंने बताया कि दिवंगत व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी छतरपुर के झनकार होटल में गए थे। उनसे मिलने पार्टनर बल्लू महाराज उर्फ बालकिशोर और साले बृजेश शुक्ला गए थे। अभी तक जांच में सामने आया है कि दिवंगत व्यापारी इंद्रकांत प्रताड़ित थे और अवसाद की स्थिति में पहुंच गए थे।
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इंद्रकांत के वीडियो वायरल होने के बाद एक जुआ का वीडियो सामने आया था। जिसमें इंद्रकांत खुद थे। एडीजी ने बताया कि एसपी तत्कालीन ने ही यह वीडियो वायरल कराया था। जिससे वह अवसाद की स्थिति में थे।
पीड़ित पारिवारिक जनो को इन सवालों के जवाब का है इंतजार
बता दें कि मामले में दर्ज FIR में आरोपित किसी सदस्यों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है जिससे पीड़ित पारिवारिक जनो में आक्रोश है। दिवंगत व्यवसायी के भाई रविकांत त्रिपाठी ने कुछ सवाल भी पूछे हैं जिसके जवाब का उन्हें इंतजार है।
परिजनों का कहना है कि, मणिलाल पाटीदार की कोरोना जाँच की तारीख एवं क्या उनके पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्टाफ मेंबर, परिजन व मित्रों का कोरोना टेस्ट कराया गया है ? क्या ये लोग भी पॉजिटिव पाए गए तथा कोरोना मामले में क्या कार्यवाही परिजनों, मित्रों व वकीलों पर की गयी है? क्या पाटीदार अभी भी होम क्वारंटाइन है या अस्पताल में भर्ती है? क्या सात दिन बाद दोबारा टेस्ट हुआ तथा उसका क्या परिणाम आया ?
उन्होंने आगे पूछा कि, क्या देवेंद्र शुक्ला, सुरेश सोनी, ब्रह्मदत्त से मिले साक्ष्य क्या मीडिया से साझा किये जायेंगे? अंकित सिंह राजावत व एडिशनल एस पी वीरेंद्र कुमार के खिलाफ क्या कार्यवाही की गयी? क्या आशु भदौरिया व पाटीदार की फ़ोन द्वारा बातचीत की समीक्षा की गयी?
और सबसे बड़ा सवाल है कि FIR में दर्ज सभी अभियुक्तों की गिरफ़्तारी कब तक होगी?
वहीं परिजनों ने यह भी मांग की है कि, उक्त घटना की जाँच में मृत्यु जाँच अधिकारी, CO रैंक के अधिकारी वर्तमान में है कृपया जाँच पुलिस अधीक्षक के ऊपर के रैंक के अधिकारी से कराई जाये जो जाँच की रिपोर्ट सीधे SIT अधिकारियों को प्रेषित करे।
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