जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. लड़कियों की शानदार शिक्षा व्यवस्था के लिए विश्व प्रसिद्ध राजस्थान के टोंक जिले में पैसों के लालच में रिश्तों का जो खून बहा है वह शर्मिंदा कर देने वाला मामला है. साले ने अपने बहनोई को दोस्तों के साथ मिलकर सिर्फ इसलिए मार डाला ताकि उसके इंश्योरेंस के एक करोड़ रुपये की रकम को हड़पा जा सके.
टोंक में ललवाडी चौराहे के पास पिछले दिनों रामधन चौधरी नाम के युवक का शव मिला था. पुलिस ने हत्या के इस मामले की गहराई से पड़ताल की तो उसके पाँव तले ज़मीन खिसक गई. पता चला कि रामधन को उसके करीबी रिश्तेदारों ने ही मार दिया है.
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि रामधन ने दो साल पहले अपना एक करोड़ रुपये का इंश्योरेंस कराया था. रामधन ने नामिनी की जगह अपने साले मंगल का नाम लिख दिया. रामधन कुछ सालों से बीमार रहता था, इसलिए उसने अपना एक करोड़ रुपये का बीमा करा लिया ताकि उसके मरने के बाद परिवार को आर्थिक रूप से परेशान न होना पड़े.
मंगल को मालूम था कि इंश्योरेंस में नामिनी वही है. ऐसे में अगर वह मर जाता है तो एक करोड़ रुपये सीधे उसके खाते में आ जाएगा. रुपये के लालच में उसने अपने बहनोई रामधन की हत्या की योजना बनाई. मंगल ने ज़रूरी काम की बात कहते हुए 20 सितम्बर की रात को आठ बजे गाँव के बाहर बुलाया. साला बुला रहा था तो रामधन बगैर किसी शक के पहुँच गया.
मंगल ने उसे बाइक पर बिठा लिया. रामधन का साढू मुकेश चौधरी पीछे बैठ गया. रास्ते में झाड़ियों के पास अचानक उसके गले में फंदा बनाकर खींच दिया. रामधन की मौत हो गई तो उसे चौराहे के पास इस तरह से फेंक दिया कि एक्सीडेंट महसूस हो.
पुलिस को लाश मिली तो रामधन के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं था. पोस्टमार्टम में गला घोंटकर मारने की पुष्टि हुई. इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले तो सारी तस्वीर आईने की तरह से साफ़ हो गई. सीसीटीवी में रामधन के दोनों हत्यारों की शिनाख्त हो गई.
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