जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मोबाइल फोन पर पब्जी और फ्री फायर जैसे गेम बच्चो ही नहीं बड़ों को भी अपनी गिरफ्त में लिए ले रहे हैं. पब्जी खेलने वाले कई बच्चो की इस खेल के चक्कर में मौत भी हुई है. भारत सरकार ने जब चाइना के कई एप पर रोक लगाई थी तब पब्जी भी बैन हो गया था लेकिन कुछ ही दिन बाद बच्चे फिर से इसे खेलते दिखाई देने लगे.
झारखण्ड की राजधानी रांची में फ्री फायर खेलने की शौकीन एक युवती और उसकी सहेली को छह हैवानों ने अपनी हवस का शिकार बना लिया. आश्चर्य की बात यह है कि एक ननद ने ही अपनी भाभी और उसकी सहेली की अस्मत का सौदा कर लिया.
बताया जाता है कि फ्री फायर खेलने की शौक़ीन युवती को उसी की ननद ने अपने घर बुलाया. वह पहुंच गई तो ननद ने भाभी की सहेली को भी बुला लिया. इसके बाद फ्री फायर खेलने के बहाने काफी देर तक वह उन्हें रोके रही. देर शाम को उसके घर अचानक से छह युवक पहुंचे. उन सभी ने युवती और उसकी सहेली की अस्मत लूट ली. गैंगरेप की इस वारदात के बाद इस घटना की जानकारी किसी को भी देने पर जान से मारने की धमकी देते हुए सभी फरार हो गए.
गैंगरेप का शिकार होने के बाद घर से बाहर निकली दोनों युवतियों ने डायल 100 पर पुलिस को सूचना दी. गैंगरेप की सूचना पाते ही एक साथ तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने तत्काल छापेमारी शुरू की और कुछ ही देर में छह में से पांच हैवानों को गिरफ्तार कर लिया. दुष्कर्म करने वालों में एक नाबालिग भी है. रांची के एसपी सिटी अंशुमान कुमार भी हैरान हैं कि ननद ने अपनी ही भाभी के साथ गैंगरेप करवा दिया. उन्होंने कहा कि रिश्तेदार ही जब सौदा करने लगें तो महिलाएं कैसे सुरक्षित रह पाएंगी. उन्होंने कहा कि फरार आरोपित की तलाश की जा रही है. साथ ही पीड़िताओं और दुष्कर्मियों दोनों का मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है.
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