स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा से अलग हो चुके शिवपाल यादव लगातार अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। शिवपाल यादव का अब पूरा ध्यान अपनी पार्टी को यूपी में मजबूत करने पर है। शिवपाल यादव की कोशिश है कि उनकी पार्टी सपा के विकल्प के तौर पर यूपी में देखी जाये। शिवपाल यादव चाहते भी है कि विधान सभा चुनाव में सपा नहीं प्रसपा अपनी सरकार बनाये।
इसके लिए उन्होंने जमीनी स्तर पर लोगों को जोडऩा शुरू कर दिया है। शिवपाल यादव कई मौकों पर अखिलेश की आलोचना करते हैं तो दूसरी ओर सूबे में योगी सरकार की भी कड़ी आलोचना करते भी नजर आते हैं। इटावा के दौरे पर पहुंचे शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी को लेकर नई रणनीति बनायी है।
इतना ही नहीं सपा के गढ़ में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए पार्टी को उत्साहित किया है। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया 18 सितम्बर को पूरे यूपी में योगी सरकार को कानून व्यवस्था को लेकर घेरेंगी। हालांकि शिवपाल यादव ने इस आंदोलन में मुलायम सिंह यादव शामिल होंगे या नहीं इस पर कुछ ठोस जवाब तो नहीं दिया है लेकिन बस इतना कहा कि प्रदर्शन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी कर रही है।
इसमें सिर्फ प्रसपा के कार्यकर्ता ही मौजूद होंगे। शिवपाल यादव के इस बयान से एक बात तो साफ हो गई शायद ही मुलायम इस प्रदर्शन में शामिल हो। मुलायम और शिवपाल यादव के रिश्ते अब भी अचछे बताये जाते हैं लेकिन शिवपाल का अपने भतीजे अखिलेश से रिश्ते सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।