लखनऊ । वर्तमान समय में युवा पीढ़ी में विलुप्त हो रहे संस्कारों को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। संस्कारवान बालक ही राष्ट्र की उन्नति में योगदान दे सकता है और हमारी संस्कृति को बचा सकता है।
जबकि संस्कार विहीन मनुष्य राक्षस के समान होता है। उक्त बातें बालिका शिक्षा की राष्ट्रीय संयोजिका रेखा चूड़ासमा ने लखनऊ के निराला नगर स्थित सरस्वती कुंज के माधव सभागार में मकर संक्रांति पर आयोजित राम कथा का मंचन एवं खिचड़ी समरसता भोज कार्यक्रम में कहीं।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रेखा चूड़ासमा ने भारतीय परम्पराओं और पर्वों के वैज्ञानिक महत्त्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारी परम्पराओं और उनसे जुड़े वैज्ञानिक महत्वों को हमें समझना चाहिए।
यदि हम इनको समझकर अपने जीवन में अपनाएंगे तो हम और हमारा परिवार आरोग्य होगा। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के पावन अवसर पर खिचड़ी, तिल और गुड़ से बनी चीजों का सेवन किया जाता है।
तिल और गुड़ से बनी चीजों का सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। इन चीजों का सेवन करने से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।
इस अवसर पर उन्होंने ब्रह्म मुहूर्त में उठने, सूर्य को अर्घ्य देने, व्रत धारण करने, पीपल व तुलसी की पूजा करने आदि को दैनिक कार्यों में शामिल करने का आह्वान किया है।
इससे पहले अवध की सुप्रसिद्ध गायिका संजोली पांडेय ने राम कथा की प्रस्तुति से सबको भाव विभोर कर दिया। संजोली पांडेय जी ने देश भक्ति गीत ‘उठो जवानों देश की वसुंधरा पुकारती’ गाकर सभी श्रोताओं में देश भक्ति की भावना जगा दी और पूरा माधव सभागार भारत माता की जय से गुंजायमान हो उठा।
इस अवसर पर विद्या भारती के भैया-बहनों ने भी गीत की प्रस्तुति भी दी। इसके बाद खिचड़ी सहभोज किया गया। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का परिचय क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रमुख माननीय उमाशंकर जी ने कराया।
कार्यक्रम का संचालन अनामिका पाण्डेय ने किया। विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय मंत्री डॉ. जय प्रताप सिंह जी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विद्या भारती के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र , क्षेत्रीय मंत्री डॉ. जय प्रताप , क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्र , सह प्रचार प्रमुख भास्कर दूबे , स्मिता, शोध संस्थान की उपाध्यक्ष सुधा, शोध संस्थान के कोषाध्यक्ष बृज भूषण , श्री सर्वेश कुमार , मुकेश बहादुर , हरेन्द्र श्रीवास्तव , अवध प्रांत के प्रदेश निरीक्षक राजेन्द्र बाबू समेत विद्या भारती के कर्मचारी व अन्य गणमान्य मौजूद रहे।