जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. पंजाब के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने लखीमपुर में ऐसा कदम उठाया है कि पुलिस और प्रशासन के हाथ पैर फूल गए हैं. सिद्धू ने निघासन में लखीमपुर हिंसा का शिकार हुए पत्रकार रमन कश्यप के घर वालों से मुलाक़ात की. इसके बाद वह वहीं अनशन पर बैठ गए. सिद्धू ने कहा है कि जब तक केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी का लड़का आशीष उर्फ़ मोनू गिरफ्तार नहीं हो जाता वे अनशन नहीं तोड़ेंगे.
सिद्धू ने कहा कि वह लखीमपुर राहुल और प्रियंका से प्रेरित होकर पहुंचे थे लेकिन यहाँ जो हाल देखा और सुना वह तो दिल को दहला देने वाला है. उन्होंने कहा कि किसी की ज़िन्दगी की भरपाई पैसा देकर नहीं हो सकती. पीड़ित परिवारों को पैसे की नहीं इन्साफ की ज़रूरत है.
सिद्धू ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि सबूत हैं, गवाह हैं लेकिन आशीष गिरफ्तार नहीं हो रहा क्योंकि मंत्री का बेटा है. इन्साफ के लिए दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है. सिद्धू ने पूछा कि किसी को रौंदकर चले जाना इंसानियत होती है क्या? आशीष जांच में सहयोग नहीं कर रहा तो पुलिस को उसे गिरफ्तार करना चाहिए था. मंत्री का बेटा है तो कुछ भी करेगा.
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सिद्धू ने कहा कि अमीर-गरीब और किसान के लिए इन्साफ अलग-अलग नहीं हो सकता. किसानों के पवित्र संघर्ष में इतने किसानों की जान चली गई. अब इसमें किसी लीडर की आहुति की ज़रूरत है. सिद्धू ने कहा कि आहुति देने के लिए बैठ गया हूँ. मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी से पहले अनशन नहीं तोडूंगा. यहाँ से एक इंच नहीं हटूंगा. सिद्धू की इस घोषणा के बाद प्रशासन उन्हें मनाने में जुटा हुआ है, लेकिन सिद्धू इसके लिए तैयार नहीं हैं.