उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के साथ समन्वय में सिडबी ने टेक्नोलॉजी इनक्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सोसाइटी (टीआईडीईएस) और आईआईटी रुड़की के साथ मिलकर तीसरा स्टार्टअप आउटरीच कार्यक्रम “प्रारंभ २०२२ रुड़की” का आयोजन किया।
आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य एआईएफ और स्टार्टअप्स के बीच की खाई को पाटना और टियर-2 और टियर-3 शहरों में उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देना था।
इस कार्यक्रम की शुरुआत टीआईडीईएस के सीईओ आजम अली खान ने की, जिन्होंने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम पर अपने विचार साझा किए और बताया कि कैसे टीआईडीईएस ने युवा और महत्वाकांक्षी उद्यमियों को बढ़ावा देने में और उन्हें अपनी तकनीक और विचारों को प्रदर्शित करने में मदद की है।
प्रो. के.के. पंत. आईआईटी रुड़की के निदेशक ने मेहमानों का स्वागत किया, उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप को मेक-इन-इंडिया पहल के लिए काम करना चाहिए और वैश्विक गुणवत्ता मानकों से मेल खाने वाले उत्पादों और सेवाओं को वितरित करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि स्टार्टअप आउटरीच कार्यक्रम सिडबी और डीपीआईआईटी द्वारा एक उत्तम पहल है, और इससे युवा उद्यमियों को अपने विचारों को बढ़ाने और एक आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने में मदद मिलेगी।
सिडबी का प्रतिनिधित्वगौतम कुमार, डीजीएम, उद्यम वित्त और निवेश उद्भाग ने किया।
गौतम कुमार ने कार्यक्रम में प्रतिभागियों का स्वागत किया और उनसे पारस्परिक लाभ के लिए स्वतंत्र और स्पष्ट चर्चा करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप इकोसिस्टम फल-फूल रहा है और इनक्यूबेशन सेंटर, वेंचर कैपिटलिस्ट, भारत सरकार, डीपीआईआईटी आदि ने इस यात्रा में एक अभिन्न भूमिका निभाई है।
उन्होंने आगे कहा कि अटल इन्क्यूबेशन सेंटर और टीआईडीईएस जैसे संस्थान देश भर में जमीनी स्तर पर नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति का निर्माण और प्रचार कर रहे हैं।
इसके अलावा, भारत सरकार ने स्टार्टअप्स की फंडिंग की जरूरत को पूरा करने के लिए १०,००० करोड़ रुपये के कॉर्पस के साथ स्टार्ट-अप्स के लिए फंड ऑफ फंड की स्थापना की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य टीयर-2 और टीयर-3 शहरों में उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देना, निवेशकों और स्टार्टअप के बीच की खाई को पाटना और स्वावलंबन आंदोलन को एक नया आयाम देने के लिए बढ़ावा देना है।
इस आयोजन में लगभग 30 स्टार्टअप, 3 इनक्यूबेटर एवं अन्य उद्यमी पंजीकृत हुए। इस आयोजन में कई तरीक़े के कार्यक्रम जैसे पैनल चर्चा, फ़ायरसाइड चैट और पिचिंग इवेंट्स का आयोजन किया गया था।
पिचिंग इवेंट में स्पर्धा के माध्यम से चुने गए 10 स्टार्टअप्स ने ओरायस वेंचर पार्टनर्स, योरनेस्ट वेंचर कैपिटल, और यूसी इम्पॉवर जैसे प्रमुख वेंचर कैपिटलिस्ट्स को अपने व्यावसायिक प्रस्ताव पेश किये।
पिचिंग इवेंट के साथ-साथ एक पूर्ण सत्र का आयोजन किया गया जिसमें ट्रिफेक्टा वेंचर कैपिटल के पार्टनर अभिषेक गुप्ता ने भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में मार्की वेंचर कैपिटल समर्थित स्टार्ट-अप्स को बढ़ाने का अपना अनुभव साझा किया।