जुबिली न्यूज़ डेस्क
दुनिया भर में करोड़ों लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। इस वायरस की चपेट में आने से पूरी दुनिया में छह लाख से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि यह वायरस उन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है, जो पहले से ही किसी न किसी बीमारी के शिकार हैं।
वहीं दूसरी तरफ कोरोना लगातार अपना रूप बदल रहा है इस बीच इस वायरस को लेकर अब एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। दरअसल वैज्ञानिकों ने दावा है कि गंजेपन के शिकार लोगों के लिए कोरोना वायरस और भी ज्यादा जानलेवा है।रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि गंजेपन के शिकार लोगों में कोरोना संक्रमण के खतरे की संभावना 40 फीसदी तक हो सकती है।
इसके निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले वैज्ञानिकों ने ब्रिटेन के अस्पताल में भर्ती दो हजार मरीजों की जांच की। इसमें यह बात सामने आई कि बाल झड़ने की समस्या झेल रहा हर पांचवां व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है जबकि जिनको ये समस्या नहीं है उनमें 15 फीसदी लोग ही पॉजिटिव पाए गए।
वेस्ट वर्जीनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने गंजेपन के शिकार लोगों पर इस रिपोर्ट को तैयार किया है, जिसे ‘अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्माटालॉजी’ में प्रकाशित किया गया है। शोध के लिए वैज्ञानिकों ने चार अलग-अलग ग्रुप बनाए थे। इसमें पहले ग्रुप में उन लोगों को रखा गया था, जो गंजेपन के शिकार नहीं थे। दूसरे ग्रुप में वे लोग थे, जिनको बाल झड़ने की मामूली समस्या थी
इसके बाद तीसरे ग्रुप में उन लोगों को रखा गया जिनको बाल झड़ने की थोड़ी और ज्यादा समस्या थी और चौथे ग्रुप में गंभीर रूप से बाल झड़ने की समस्या झेल रहे लोगों को रखा गया था।
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शोध किये जाने के बाद परिणाम यह निकला कि पहले ग्रुप में 15 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए जबकि दूसरे ग्रुप में 17 फीसदी लोग। इसी तरह तीसरे ग्रुप में 18 फीसदी लोग और चौथे ग्रुप में 20 फीसदी से भी ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
शोध में आये रिजल्ट के आधार पर डॉ. माइकल कोलोड्नी और उनके सहयोगी इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि गंजेपन के शिकार लोगों में कोरोना के खतरे की संभावना 40 प्रतिशत तक हो सकती है। इसके पीछे उन्होंने ये तर्क दिया कि हार्मोन की समस्या के चलते ही कोरोना वायरस कोशिकाओं में प्रवेश करता है और व्यक्ति को संक्रमित कर देता है।