जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। इकाना स्टेडियम की पिच पर लगातार सवाल उठ रहा है। जिस 22 गज की पट्टी पर भारत और न्यूजीलैण्ड के बीच ट्वेंटी-20 मुकाबला हुआ उसी पिच को लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं। फटाफट क्रिकेट में इतनी खराब पिच के गले से उतर नहीं रही है।
भले ही भारत की टीम इस मुकाबले में जीत गई हो लेकिन पिच ने भारतीय बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल दिया था। जीत के बाद टीम इंडिय के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा, ‘मुझे हमेशा विश्वास था कि हम खेल खत्म करने में सक्षम होंगे, लेकिन इसमें काफी देर हो गई। हार्दिक पंड्या यही नहीं रूके और उन्होंने यहां तक कहा ईमानदारी से कहूं तो यह एक विकेट सदमा देने वाला था।
मुझे मुश्किल विकेटों से कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं इसके लिए पूरी तरह तैयार हूं, लेकिन ये दोनों विकेट टी-20 के लिए नहीं बने थे। बस क्या था इसके बाद बहस छिड़ गई और देर शाम होते-होते इकाना स्टेडियम हरकत में आ गया है। इतना ही नहीं यूपीसीए भी इस पिच से काफी खफा नजर आ रहा है और उसने भी शायद इकाना स्टेडियम को खरी-खरी सुना डाली है।
यूपीसीए को पता था कि पिच शायद अच्छी नहीं है लेकिन उसने भी कुछ नहीं किया। पिच इतनी खराब थी पूर मैच में एक भी छक्का नहीं लगा। इतना ही नहीं यूपीसीए के लोगों की पता था कि इकाना की पिच खेलने लायक नहीं थी। पिच को लेकर मचे बवाल के यूपीसीए भी हरकत में आ गया है और लगातार बैठक कर रहा है।
यूपीसीए और इकाना स्टेडियम से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि पिच क्यूरेटर को हटा दिया गया है। हालांकि इस संबंध में इकाना प्रबंधन से कोई भी व्यक्ति कुछ बोलने को तैयार नहीं है लेकिन जानकारी मिल रही है कि पिच क्यूरेटर सुरेंद्र कुमार पर गाज गिर गई है और बहुत जल्द नया पिच क्यूरेटर इकाना को मिल सकता है।
इतना ही नहीं इकाना प्रबंधन ने इसके लिए तैयारी शुरू भी कर दी है। उधर जुबिली पोस्ट ने इकाना स्टेडियम से जुड़े एक शख्स से बात की तो उन्होंने इस पर गोल-मोल जवाब देते हुए कहा कि ऐसी कोई सूचना उनके पास नहीं है।
उन्होंने साफ इनकार कर दिया लेकिन अंदर-खाने की खबर आ रही है कि टी-20 इतनी खराब पिच मिलने पर यूपीसीए से लेकर इकाना प्रबंधन भी काफी हैरान है और जब टीम के कप्तान ने हार्दिक पंड्या ने पिच की कड़ी आलोचना की तो इकाना प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए और इसके बाद से ही पिच क्यूरेटर को हटाने का फैसला कर लिया।
दूसरी ओर जुबिली पोस्ट को पता चला है कि इकाना स्टेडियम के क्यूरेटर इस मुकाबले के लिए शुरुआत से ही चार और पांच नम्बर की पिच तैयार कर रहे थे।
इन्हीं चार और पांच नम्बर में से एक पर मुकाबला होना था लेकिन मैच के तीन दिन पहले बीसीसीआई के क्यूरेटर तापोस चटर्जी इकाना पहुंचे। उन्होंने तीन नम्बर की पिच तैयार करने के निर्देश दिए। इसके बाद उनकी राय से इसी पिच पर मुकाबला खेला गया।
वहीं राहुल द्रविड़ जब पिच को देखे तो तभी उन्होंने फैसला ले लिया था कि इस पिच पर टीम इंडिया क्या प्लेइंग इलेवन होगी। अगर टीम इंडिया अंतिम एकादश पर नजर दौड़ाये तो तेज गेंदबाज उमरान मलिक को हटाकर चहल को टीम में शामिल कर लिया गया था।
ऐसे टीम मैनेजमेंंट को एहसास हो गया था कि पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए कुछ नहीं बल्कि स्पिनरों के लिए ये पिच स्वर्ग होगी। वहीं मौजूदा पिच क्यूरेटर सुरेंद्र कुमार इकाना ने भर्ती किया है।
सवाल ये हैं कि दुनिया का सबसे अच्छा स्टेडियम इकाना को बताया जा रहा है लेकिन पिच क्यूरेटर के मामले में क्यों पहले कोई बड़ा कदम उठाया गया। बांग्लादेश जैसे देश में well qualified पिच क्यूरेटर मिल जायेगा लेकिन इकाना मैनेजमेंंट ने ऐसे पिच क्यूरेटर रखा ही नहीं।