जुबिली न्यूज डेस्क
अहमदाबाद: गुजरात में आम आदमी पार्टी के विधायक के इस्तीफे के बाद कांग्रेस विधायकों के त्यागपत्र होने की चर्चा है। पिछले हफ्ते आप के विसावदर से विधायक भूपत भायाणी ने त्यागपत्र दे दिया था और कहा था कि आप राष्ट्रवादी पार्टी नहीं है। गुजरात में लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के कुछ विधायकों के बीजेपी में जाने की संभावना है। विधायकों के इस्तीफों से खाली होने वाली सीटों पर लोकसभा चुनावों के साथ ही उप चुनाव हो जाएंगे।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी के आंतरिक सर्वे में राज्य की चार लोकसभा सीटों पर स्थिति थोड़ी कठिन दिख रही है। ऐसे में इन्हीं चार लोकसभा सीटों के विपक्षी विधायकों के इस्तीफे होंगे। अब कांग्रेस के खंभात से विधायक के इस्तीफा देने की चर्चा हो रही है। संभावना है कि आज और आने वाले कुछ दिनों में कांग्रेस को कई बड़े झटके लग सकते हैं।
फंस रही हैं चार लोकसभा सीटें
2022 के विधानसभा चुनावों से पहले भी कांग्रेस से काफी विधायक बीजेपी में शामिल हुए थे। ऐसे में जब विधानसभा चुनावों के अभी एक साल पूरा हुआ है तब पार्टी के 17 विधायकों में कुछ से इस्तीफा देने के चर्चाओं ने नेतृत्व को परेशान कर दिया है। प्रदेश प्रमुख की कुर्सी संभालने के बाद शक्ति सिंह गोहिल बूंद-बूंद से घड़ा भरने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच कुछ पार्टी विधायकों के इस्तीफा देने की चर्चा ने राजनीति गरमा दी है।
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सूत्रों की मानें बीजेपी के आंतरिक सर्वे में बनासकांठा, पाटण, आणंद और जूनागढ़ लोकसभा सीटें थोड़ी मुश्किल लग रही है। इस सीटों पर बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल सकती है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि लोकसभा चुनावों से पहले विधायकों के इस्तीफे हो सकते हैं। राजनीतिक हलकों में खंभात विधानसभा के खाली होने की चर्चा जोरों पर हैं।
कांग्रेस के पास हैं 17 विधायक
182 सदस्यों वाली गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के पास 17 विधायक हैं। बीजेपी के विधायकों की संख्या 156 है। पांच सीटें आप को मिली थीं। इसमें एक विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। विधानसभा चुनावों में निर्दलीय जीते तीन विधायक सरकार के साथ हैं। कुटियाना सीट समाजवादी पार्टी के पास है। 2022 के चुनावों में दो अंकों में सिमटी कांग्रेस को नेता विपक्ष का पद भी नहीं मिला था। लोकसभा चुनावों से पहले अगर और विधायक इस्तीफा देते हैं निश्चित तौर पर पार्टी के बड़ा झटका होगा।