जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. शिवराज सिंह चौहान ने लम्बे विचार-विमर्श के बाद अपने मंत्रियों में विभागों का बंटवारा किया लेकिन मंत्रियों के विभागों की सूची बताती है कि लम्बे मंथन के बाद भी शिवराज बुरी तरह से चूक गए. शिवराज ने खाद्य मंत्रालय ऐसे मंत्री को सौंपा है जिस पर गरीबों का राशन हड़प लेने का इल्जाम रहा है.
शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में कांग्रेस से बीजेपी में आये बिसाहुलाल सिंह को खाद्य मंत्रालय दिया गया है. बिसाहूलाल ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का साथ देकर कमलनाथ सरकार गिराने के लिए सिर्फ इसी वजह से अहम भूमिका निभाई थी क्योंकि गरीबों का राशन हड़पने के इल्जाम की वजह से कमलनाथ ने उन्हें मंत्री नहीं बनाया था.
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बनने वाले बिसाहूलाल सिंह और उनके परिवार पर अन्नपूर्णा योजना के तहत गरीबी की रेखा से नीचे के परिवारों को एक रुपए किलो के हिसाब से मिलने वाला गेहूं और चावल हड़पने का इल्जाम लगा था. बिसाहूलाल वर्ष 2013 से लगातार गरीबों का राशन ले रहे थे.
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बिसाहूलाल कांग्रेस सरकार में मंत्री नहीं बन पाए थे क्योंकि उन पर यह आरोप बीजेपी ने ही लगाया था और जब उन्होंने कांग्रेस की सरकार गिराकर बीजेपी की सरकार बनवा दी तो बीजेपी ने ही उनको खाद्य मंत्रालय सौंप दिया.