न्यूज़ डेस्क
समाजवादी पार्टी से जसवंतनगर के विधायक शिवपाल यादव की विधानसभा सदस्यता अब खत्म नहीं होगी। सपा इसके खिलाफ दायर की याचिका को वापस लेने की तैयारी में है। सपा के इस कदम से शिवपाल के पार्टी में वापसी के कयास तेज हो गये हैं।
हालांकि इस बात का संभावना तभी से तेज हो गई जबसे इस बार होली के मौके पर पैतृक गांव सैफई में दोनों एक मंच पर आए थे। इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिवपाल के पैर भी छुए थे।
गौरतलब है कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले ही चाचा-भतीजे के बीच के रिश्ते में दरार हो गई थी। इसके बाद शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) नाम से अपनी अलग पार्टी बना ली थी। तब पिछले साल सितंबर में सपा ने शिवपाल की विधानसभा की सदस्यता समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के यहां याचिका दाखिल की थी। तब से विचाराधीन है।
समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष राम गोवद चौधरी ने इस याचिका को वापस करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि आपके सम्मुख जो याचिका विचाराधीन है, उसमें पूरे प्रपत्र नहीं लगे हैं। जरूरी प्रपत्र हम प्रस्तुत नहीं कर सके हैं। इस वजह से आपको निर्णय लेने में भी असुविधा हो रही है। इसलिए याचिका को वापस कर दिया जाए।
उन्होंने आगे कहा याचिका वापसी को पत्र लिखा गया है। इसे दोबारा लगाया जाएगा या नहीं, इसका निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ह्दय नारायण दीक्षित ने बताया कि उनके ऑफिस में याचिका वापस करने का पत्र मिला है। फिलहाल अभी सब बंद चल रहा है। इसका परीक्षण कराया जाएगा और जो भी विधि व संविधान सम्मत होगा वह निर्णय लिया जाएगा।