स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से अखिलेश-शिवपाल अपनी-अपनी साख बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आलम तो यह है कि दोनों अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए पार्टी में कई बदलाव करते नजर आये हैं।
इतना ही नहीं दोनों के बीच चली आ रही बरसों की रार में थोड़ी थमती नजर आ रही है, क्योंकि दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ कड़वाहट कम करने वाले बयान दिये हैं। इसके बाद से लगने लगा कि शिवपाल यादव अपने भतीजे के साथ फिर आ सकते हैं।
उधर शिवपाल यादव सपा में लौटने को लेकर कोई ठोस जवाब नहीं दिया है लेकिन अपने भतीजे अखिलेश यादव के सामने कुछ ऐसी शर्त रखी है जो शायद ही अखिलेश माने। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव के अनुसार उनकी पार्टी सपा में नहीं मिलने जा रही है।
उनके अनुसार दोनों पार्टी एक साथ चुनाव में नजर आयेगी लेकिन दोनों पार्टियां गठबंधन में होगा। शिवपाल के इसके आलावा चाहते हैं कि सपा की कमान धर्मेंद्र यादव के हाथों में हो।
बता दें कि धर्मेंद्र यादव वही शख्स है जो दोनों के रिश्तों आई दूरियों को कम करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक मुलायम ने उन्हें दोनों को एक करने की जिम्मेदारी सौंप रखी है। जानकारी के मुताबिक शिवपाल और मुलायम के वोट बैंक के सहारे सपा चलती थी और अब अखिलेश एक दम अकेले पड़ते नजर आ रहे हैं।
उसपर से चुनाव में मिल रही है लगातार हार से उनका राजनीतिक भविष्य भी खतरे में पड़ता नजर आ रहा है। अब देखना होगा शिवपाल यादव की इस शर्त को अखिलेश मानते हैं कि नहीं।