लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत अखिलेश यादव का कद लगातार बढ़ रहा है। मुलायम सिंह यादव की विरासत को संभालने में जुटे अखिलेश यादव इस बार लोकसभा चुनाव में भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
अखिलेश यादव आजमगढ़ से चुनावी दंगल में उतरे है। उनकी दावेदारी अब मजबूत लग रही हैै क्योंकि इस सीट पर उनके चाचा शिवपाल यादव ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है।
इससे पहले बीच में खबर आ रही थी कि इस सीट पर भतीजे अखिलेश को शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा चुनौती दे सकती है लेकिन अब साफ हो गया कि शिवपाल यादव यहां से कोई प्रत्याशी अखिलेश के खिलाफ नहीं उतार रहे हैं।
इससे पहले शिवपाल यादव ने मुलायम के खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था जबकि धमेंद्र यादव के खिलाफ कोई उम्मीदवार सामने नहीं आया था। समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) के अध्यक्ष शिवपाल यादव के इस कदम से सपा को बड़ी राहत मिली है। अब अखिलेश यादव का सीधे तौर आजमगढ़ सीट पर बीजेपी भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ से मुकाबला होगा।
हाल के दिनों में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के रिश्ते लगातार खराब हो रहे हैं। फिरोजाबाद सीट जीतने के लिए दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई थी।