स्पेशल डेस्क
लखनऊ। शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच लगातार रार बढ़ती जा रही है। शिवपाल यादव कई मौकों पर अखिलेश के खिलाफ बोल चुके हैं। उन्होंने सपा से किनारा करके नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनायी। इसके बाद यह तय हो गया था कि शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की राह अलग-अलग है। हालांकि शिवपाल यादव लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर ताल ठोंक रहे हैं लेकिन अपने परिवार के प्रति उनका प्रेम कम नहीं हुआ है।
उन्होंने इसके चलते मैनपुरी, कन्नौज, बंदायु और आजमगढ़ से प्रसपा प्रत्याशी नहीं उतारा है। शिवपाल यादव ने एक बात तो साफ कर दी है कि वह समाजवादी पार्टी में दोबारा वापसी करने वाले नहीं है और साथ ही सपा में उनकी पार्टी का विलय नहीं होगा।
उधर फिरोजाबाद की जंग जीतने के लिए शिवपाल यादव ने पूरी ताकत लगा दी है। रामगोपाल यादव और उनके बीच जुब़ानी जंग भी तेज हो गई है। अब देखना होगा कि फिरोजाबाद से शिवपाल यादव चुनाव जीत पाते हैं या नहीं।
शिवपाल यादव एक बार फिर दोहाराया है कि वह अब सपा-बसपा के गठबंधन में शामिल हो सकते हैं लेकिन उसके लिए अखिलेश को उनसे बात करनी होगी। उन्होंने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि अखिलेश आदर दे तो वह चुनाव के बाद महा गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
मुलायम सिंह यादव और डिम्पल के खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं उतारने पर कहा कि अपने भाई मुलायम की इज्जत करता हूूं।