जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. बुधवार को मैनपुरी में पत्रकारों के सवाल के जवाब में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीजेपी से सवाल किया था कि वह चाचा को लेकर इतनी ही खुश है तो उन्हें लेने में इतनी देर क्यों लग रही है. उन्हें फ़ौरन ले लो. अखिलेश के इस बयान को शिवपाल सिंह यादव ने गैरजिम्मेदाराना और नादानी भरा बयान बताया है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और जसवंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि अखिलेश यादव को यह बात समझना चाहिए कि समाजवादी पार्टी के जो 111 विधायक हैं उनमें से एक मैं भी हूँ. अगर उन्हें मुझे बीजेपी में भेजने की इतनी ही जल्दी है तो मुझे समाजवादी पार्टी से निकाल देना चाहिए. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि कोई क्या कहता है इसका कोई मतलब नहीं है, मैंने तो अभी कहीं जाने को नहीं कहा है. उन्होंने कहा कि जब समय आएगा तो मैं अपने फैसले की जानकारी सभी को दूंगा.
पत्रकारों ने जब शिवपाल सिंह यादव से आज़म खां को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि आज़म खां सबसे सीनियर हैं. वह लोकसभा में भी रहे, राज्यसभा में भी रहे, यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे. उनके साथ हो रहे ज़ुल्म के खिलाफ समाजवादी पार्टी अगर विधानसभा और लोकसभा के सामने धरने पर बैठ जाती और उस धरने में मुलायम सिंह यादव को शामिल कर लेती तो आज़म खां को न्याय मिल जाता क्योंकि दुनिया जानती है कि नेताजी का प्रधानमन्त्री बहुत सम्मान करते हैं.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि आज़म खां के खिलाफ छोटी-छोटी धाराओं के 72 मुकदमे हैं. एक बेहद मामूली केस में चार महीने से ज़मानत नहीं हो रही है. समाजवादी पार्टी का ज़ुल्म के खिलाफ संघर्ष का इतिहास रहा है. यही तो मेरा विरोध है कि आज़म को न्याय दिलाने की कोई कोशिश ही नहीं हो रही है. यही मुद्दे मैं उठाता हूँ तो मेरे खिलाफ बयानबाजी शुरू हो जाती है. शिवपाल समाजवादी पार्टी के सांसद दर्शन सिंह यादव की पत्नी शकुंतला देवी के निधन के बाद शोक व्यक्त करने इटावा आये हुए हैं.
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