जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सरकार बिजली कटौती की समस्या से निपटने की कोशिश में लगी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ इस पर राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने बिजली कटौती के मामले पर राज्य सरकार को घेर लिया है। उन्होंने कहा है कि यह बिजली आने वाले समय में सबक सिखाएगी।
दरअसल, लखनऊ के बाहरी इलाकों में पिछले 36 घंटे के दौरान पावर कट की समस्या गहरा गई है। राजधानी में भी रह- रहकर बिजली कट रही है। भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती ने लोगों को घरों में रहने में परेशानी खड़ी कर दी है। राजधानी लखनऊ के कई इलाकों में शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार को दिन में कई दफा बिजली गुल हुई।
बिजली कटौती के मसले को समाजवादी पार्टी ने जोरदार तरीके से उठाया है। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस संकट को देखते हुए आदेश जारी किया है कि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बिजली खरीदें, लेकिन सप्लाई बाधित नहीं होनी चाहिए।
शिवपाल ने क्या कहा?
शिवपाल यादव ने ट्वीट कर बिजली कटौती के मसले पर सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि यह ‘बिजली’ आने वाले समय में सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों को उनके क्षेत्रों में सबक सिखाने का काम करेगी। जनता ‘महंगी बिजली’ और ‘बिजली आपूर्ति’ के नाम पर अब और शोषण नहीं झेलेगी। एक प्रकार से शिवपाल ने यूपी की भाजपा सरकार के विधायकों और अन्य जन प्रतिनिधियों को क्षेत्र में जाने पर सबक सिखाने की बात कही है। इस मामले को लेकर अब राजनीति गरमा गई है। हालांकि, शिवपाल यादव के ट्वीट के बाद यूजर्स ने समाजवादी पार्टी शासन के दौरान में बिजली की स्थिति पर अपनी बात कहनी शुरू कर दी।
सीएम ने की समीक्षा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लगातार हो रही बिजली कटौती के मसले पर समीक्षा की। उन्होंने बिजली मंत्री और पावर कॉरपोशन लिमिटेड के एमडी को तलब कर बिजली की आपूर्ति में सुधार के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि जिला मुख्यालय पर 24 घंटे, तहसील मुख्यालय पर 22 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करें। हर फॉल्ट को अटेंड किया जाए। बिजली की आपूर्ति के लिए हर जिले में कंट्रोल रूम बनाए जाएं। इसकी मॉनिटरिंग डीएम स्वयं करें।
अतिरिक्त बिजली खरीदी जाए
सीएम ने साफ कहा है कि गांव हो या शहर, ट्रांसफॉर्मर खराब हो तो उसे तत्काल बदला जाए। जिलों की हर रोज समीक्षा हो। रोस्टर का कड़ाई से पालन किया जाए। सीएम ने पीसीएल के एमडी को निर्देश जारी किया है कि फीडरवाइज जवाबदेही तय करें। अगर जरूरत है तो अतिरिक्त बिजली खरीदी जाए।