स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा का गठबंधन जीत का दावा कर रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस भी यूपी में अच्छा प्रदर्शन का भरोसा जता रही है। अगर बात बीजेपी की जाये तो उसके लिए इस बार यूपी का रण उतना आसान नहीं है जितना पहले था।
राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि इस बार मोदी की लहर नहीं दिख रही है लेकिन अब भी बीजेपी दोबारा सत्ता में लौट सकती है। सपा से अलग हो चुके शिवपाल यादव यूपी के पांचवें चरण के आलावा पूर्वांचल की कई सीटों पर अपना दावा मजबूत कर रहे हैं। यानी चुनाव अब पूर्वांचल की ओर बढ़ रहा है।
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मोदी-योगी के गढ़ में सपा-बसपा भले ही मुकाबला कर रहे हो लेकिन यहां पर शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) भी कड़ी टक्कर दे रही है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि यूपी के पूर्वांचल में शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के दर्जन भर प्रत्याशी सपा-बसपा का ही नहीं बल्कि कांग्रेस का भी खेल बिगाड़ सकते हैं।
जौनपुर में बसपा के श्यामलाल गठबंधन की तरफ से ताल ठोंक रहे तो यहां पर प्रसपा प्रत्याशी संगीता यादव बसपा के लिए परेशानी खड़ी करती दिख रही है। इतना ही नहीं धौरहरा, बरेली, अलीगढ़, इटावा, फिरोजाबाद, गोंडा जैसी जगहों पर भी प्रसपा मजबूती से विरोधी दलों को परेशानी में डाल रही है। बस्ती में भी प्रसपा मजबूती से चुनाव लड़ रही है। प्रतापगढ़ में जयसिंह यादव राजकुमारी रत्ना सिंह के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।