जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधान सभा चुनाव होना है। इस वजह से यहां पर सियासी सरगर्मी एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है।
आलम तो यह है कि बीजेपी से लेकर सपा ने अपनी तैयारी को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर मायावती ने बड़ा ऐलान किया है और कहा है कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
बात अगर समाजवादी पार्टी की जाये उसने पहले ही ऐलान किया है कि विधान सभा चुनाव में किसी भी बड़े दल के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा लेकिन छोटी पार्टी के साथ लेकर चलेगी।अखिलेश यादव ने हाल में कहा था कि सपा किसी भी बड़े दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी लेकिन छोटे दलों को साथ जरूर रखा जायेगा।
इसके साथ शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा के साथ गठबंधन करने का इशारा कर चुके हैं। अब शिवपाल यादव का ताजा बयान भी इसी ओर इशारा करता नजर आ रहा है।
शिवपाल यादव ने रविवार को अयोध्या में एक बयान दिया है और उनके बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हमारे परिवार में कभी मनमुटाव नहीं रहा। उन्होंने कहा कि मनमुटाव का सवाल ही नहीं, न पहले कभी पहले ऐसा था और न आज है। शिवपाल ने अयोध्या के साधु संतो से आशीर्वाद लिया है।
इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से जुटने को कहा है। मीडिया में बातचीत में कहा कि उन्होनें कहा कि हमने गैर भाजपा वाद का नारा दिया था जिस पर वह अब भी कायम हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार ने एक भी विकास का काम नहीं किया है। अयोध्या का भी यही हाल है। वर्षों पहले जैसी अयोध्या थी वैसी ही आज भी है।
बता दें कि मुलायम परिवार की बेटी की शादी के कार्यक्रम के दौरान भी पूरा परिवार एक जुट नजर आया है। शादी समारोह में एक मंच पर आए मुलायम, शिवपाल और अखिलेश नजर आये थे।
ऐसे में चाचा-भतीजा यानी शिवपाल यादव और अखिलेश यादव (अखिलश यादव) की दूरियां खत्म होने के आसार बढ़ गए है। अब शिवपाल के ताजा बयान से उम्मीद की जा रही है कि शिवपाल और अखिलेश एक साथ विधान सभा चुनाव में नजर आ सकते हैं।