जुबिली न्यूज डेस्क
एक बार फिर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच दूरियां दिखने लगी हैं। शिवपाल यादव की जिस तरह से अनदेखी की जा रही है उससे ऐसी खबरों को बल मिल रहा है।
दरअसल यूपी विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी विधायकों की बैठक में अपने चाचा शिवपाल यादव को न्योता नहीं दिया तो आज समाजवादी पार्टी गठबंधन में शामिल सहयोगी पार्टियों की बैठक में जाने की बजाए शिवपाल दिल्ली चले गए।
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वहां उन्होंने अपने बड़े भाई और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मिलकर अपना दर्द साझा किया।
बताते चलें कि आज अखिलेश यादव ने लखनऊ पार्टी मुख्यालय पर सहयोगी दलों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में वह विस चुनाव में मनमुताबिक नतीजे न आने के सवाल पर मंथन करेंगे।
इस बैठक में नाराज चाचा शिवपाल शामिल होंगे या नहीं इस पर सबकी नजऱें थीं लेकिन अब साफ हो गया है कि शिवपाल इस बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। वह दिल्ली पहुंच गए हैं।
दिल्ली में उन्होंने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में शिवपाल ने मुलायम से अपना दर्द साझा किया।
बैठक में होगी हार के कारणों की पड़ताल
आज सहयोगी दलों की होने वाली बैठक में हार के कारणों की पड़ताल होगी। सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बातचीत में गठबंधन की मजबूती पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा अगला लोकसभा चुनाव मिल कर लडऩे पर भी चर्चा होगी।
यूपी विधानसभा में सपा गठबंधन के 125 विधायक हैं। इसमें गठबंधन के 14 विधायक शामिल हैं।
बैठक में रालोद, सुभासपा, जनवादी पार्टी, महान दल, अपना दल कमेरावादी को भी बुलाया गया है। अब सवाल है कि इस बैठक में प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव शामिल होते हैं या नहीं।
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दरअसल शिवपाल सपा विधायकों की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज हैं। वह सपा विधायक के तौर पर आना चाहते थे जबकि सपा उन्हें सपा विधायक के बजाए प्रसपा अध्यक्ष के तौर पर ज्यादा अहमियत दे रही है। इसलिए उन्हें सहयोगी दल में रखा हुआ है, लेकिन शिवपाल के तेवर बता रहे हैं कि अब वह बड़ा निर्णय कर सकते हैं।