जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बीते कुछ दिनों से कयास लगाये जा रहा है कि शिवपाल और अखिलेश विधानसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ सकते हैं। दोनों के बीच चली आ रही रार शायद अब खत्म होती नजर आ रही है।
दरअसल यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव आगामी विधान सभा चुनाव में चाचा शिवपाल यादव की पार्टी के साथ गठबंधन करने की बात कही थी।
इसके बाद अखिलेश के इस बयान पर शिवपाल यादव ने खुलकर कहा था कि गठबंधन की बात चल रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विमर्श करने के बाद समान विचारधारा वालों से गठबंधन होगा।
उधर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नातिन की शादी में पूरा कुनबा सैफई एकत्र हुआ। जहां एक ओर पूरा परिवार खुश है तो दूसरी ओर हर किसी की नजरे आपसी संबंधों पर टिकी रही। खास तौर पर प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव पर लोगों की खास नजर है।
शादी समारोह में भाग लेने के लिए शिवपाल यादव दोपहर में पंडाल पहुंच गए थे। इसके बाद मुलायम और अखिलेश भी सैफई पहुंच गए थे। उधर शिवपाल यादव ने देर किये बगैर बड़े भाई से मिलने के लिए उनके आवाज जा पहुंचे है और जानकारी मिल रही है करीब 15 मिनट तक मुलायम से बातचीत की है।
इसके बाद वापस शिवपाल पंडाल लौट आये। शिवपाल के जाने के बाद ही अखिलेश पंडाल में पहुंचे और लोगों से मिले। 20 मिनट रुककर वह अपने आवास वापस चले गए। शिवपाल व अखिलेश ने मीडिया कोई बातचीत नहीं की है लेकिन एक बार फिर सियासी कयासों का दौर शुरू हो गया है।
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बता दें कि इससे पूर्व अखिलेश ने साफ कर दिया था कि उनकी पार्टी कांग्रेस या बीएसपी से गठबंधन नहीं करेगी, बल्कि छोटी पार्टियों को साथ लेकर चलेगी। उन्होंने आजतक न्यूज चैनल पर कहा है कि उनकी पार्टी इस बार किसी भी बड़े दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी।
न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने शिवपाल यादव को लेकर भी बड़ा बयान दिया था। उन्होंने साफ कर दिया था कि चाचा की पार्टी के साथ विलय नहीं होगा बल्कि चाचा शिवपाल की पार्टी से गठबंधन होगा।
इसके बाद शिवपाल यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उन्होंने इशारों में कहा कि उन लोगों के सत्ता में रहते वक्त ढेर सारे विकास कार्य हुए हैं। गठबंधन की बात चल रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विमर्श करने के बाद समान विचारधारा वालों से गठबंधन होगा।