Friday - 25 October 2024 - 8:21 PM

शिवपाल ने फिर दिया अखिलेश के साथ जाने का इशारा !

जुबिली स्पेशल डेस्क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आते देख राजनीतिक दलों ने सियासी करवटें लेना शुरू कर दिया है। बीते कुछ महीनों से शिवपाल यादव को लेकर कयासों का दौर जारी है।

सियासी गलियारों में भी इस बात की चर्चा खूब हो रही है कि शिवपाल यादव बहुत जल्दी सपा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कई मौको पर शिवपाल यादव ने सपा के पक्ष में बयान दिया है।

इतना ही नहीं उनका सपा प्रेम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसके साथ ही शिवपाल अखिलेश की राह पर चलते नजर आ रहे हैं। दरअसल जिस तरह से अखिलेश ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, अब वैसे ही शिवपाल यादव भी योगी सरकार को अपने निशाने पर लेते नजर आ रहे हैं।

अब उन्होंने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रसपा ने ने बुधवार को साइकिल संदेश यात्रा की शुरुआत की है। हालांकि साइकिल संदेश यात्रा का अब कुछ और ही मायना निकाला जा रहा है। शिवपाल की साइकिल यात्रा का संदेश सियासत में कुछ और निकाला जा रहा है।

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राजनीति के जानकर यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले वह समाजवादी पार्टी में फिर से इंट्री कर सकते हैं। इससे पहले भी शिवपाल ने कई मौकों पर इसी तरह के इशारे दिये हैं।

शिवपाल सिंह यादव ने यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। बताया गया कि साइकिल यात्रा उत्तर प्रदेश के रनिया, इटावा, शिकोहाबाद, आगरा, अलीगढ़ और बुलंदशहर होते हुए 16 सितंबर को दिल्ली पहुंचेगी।

इसका समापन दिल्ली के इंडिया गेट पर होगा। साइकिल यात्रा में शामिल प्रसपा कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल में परीक्षाएं रोकने की भी मांग सरकार से की है।

इससे पहले शिवपाल सिंह यादव ने बीते 16 अगस्त को समाजवादी को लेकर बड़ा बयान दिया था और कहा था कि वह चाहते हैं कि सभी समाजवादी फिर एक हो जाएं और इसके लिए वह त्याग करने को भी तैयार हैं। शिवपाल सिंह यादव ने यह बयान इटावा में दिया था।

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दरअसल यूपी में चुनाव 2022 में होना है लेकिन यहां का सियासी पारा लगातार बढ़ रहा है। कहा जा रहा है कि बीजेपी को रोकने के लिए चाचा-भतीजे की जोड़ी एक बार फिर चुनावी दंगल में उतर सकती है।

हालांकि अभी यह कहना जल्दीबाजी होगा क्या शिवपाल यादव सपा में दोबारा एंट्री करेंगे या फिर गठबंधन कर सपा को दोबारा सत्ता में लाएगे। 2018 में शिवपाल यादव सपा से नाराज हो गए थे और अपनी अलग पार्टी बना डाली थी लेकिन इस दौरान वो सपा के विधायक के तौर पर अब भी बने हुए है।

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