न्यूज डेस्क
शिवसेना ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा है। शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उसे सतर्क रहना चाहिए क्योंकि उसके कई सदस्य राज्य में उद्धव ठाकरे नीत महा विकास अघाड़ी सरकार के संभवत: मित्र बन गए हैं।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखे लेख में भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना ने सदन में अनावश्यक रूप से आक्रामकता अपनाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की आलोचना की है।
गौरतलब है कि नागपुर में राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इस दौरान भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस लगातार ठाकरे नीत सरकार को विभिन्न मामलों पर घेरने की कोशिश कर रहे हैं।
मुखपत्र सामना में शिवसेना ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देवेन्द्र फडणवीस का कहना है कि राज्य सरकार अपने वादे पूरे नहीं कर रही और किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही। क्या मोदी सरकार ने अपना वादा पूरा किया। क्या बीजेपी सरकार ने देश के नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए हस्तांतरित करने का वादा पूरा किया। यदि सरकार ने ऐसा किया होता तो आज किसान खुशहाल होते, क्योंकि इससे उनका कर्ज उतर जाता। भाजपा सरकार लोगों को ठग रही है। उसे पहले अपने वादे पूरे करने चाहिए।
यह भी पढ़ें : दंगाईयों को सबक सिखाने की जरूरत
यह भी पढ़ें : उग्र प्रदर्शन के बीच ये तस्वीरें दिखा रहीं हमारी एकता
अपने संपादकीय में सामना ने लिखा है ”सरकार की मंशा और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का मन साफ है, इसलिए उनके नए मित्र बनते रहेंगे। फिलहाल विपक्षी दल को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि उसके भी कई सदस्य संभवत: सरकार के मित्र बन गए हैं।”
शिवसेना ने कहा कि विपक्ष महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। केवल इसलिए दो पक्षों को शत्रु नहीं बन जाना चाहिए कि जो विपक्ष की मेज पर थे, अब वे सरकार में हैं। यदि यह हो रहा है तो यह अच्छा नहीं है।”
संपादकीय में लिखा है कि सदन में बीजेपी इस बात को लेकर अपनी असहजता दिखा रही है कि 105 विधायक होने के बावजूद वह सरकार गठित नहीं कर पाई, लेकिन इस असहजता के कारण बीजेपी का जो रुख है उसे नजरअंदाज करना ही सबसे अच्छा है। शिवसेना ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग इस बात को लेकर एकमत हैं कि फडणवीस जो कुछ भी बोल रहे हैं, वह अनावश्यक है। शिवसेना नीत सरकार बहुमत में है और मुख्यमंत्री ने विधानसभा में यह साबित किया है।
यह भी पढ़ें : रजनीकांत ने ऐसा क्या कहा कि होने लगे ट्रोल