जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना ने एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का फैसला किया है लेकिन इस दौरान उसने ये भी साफ कर दिया है कि वो बीजेपी का समर्थन नहीं कर रही है बल्कि आदिवासी नेता का समर्थन कर रही है।
इसकी जानकारी खुद पार्टी के सीनियर नेता संजय राउत ने दी है। उन्होंने कहा कि हम आदिवासी नेता के नाम पर द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर रहे हैं। इसके अलावा जनभावना का ख्याल रखते हुए भी यह फैसला लिया गया है।
मीडिया से बातचीत में संजय राउत ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू का समर्थन शिवसेना इसलिए कर रही है क्योंकि जनभावना उनके साथ है। इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को लेकर कहा कि हमारी सद्भावना उनके साथ है। बता दें कि विपक्ष के उम्मीदवार को लेकर जब मीटिंग हुई थी, तब उसमें शिवसेना ने भी हिस्सा लिया था।
लेकिन अब उसका रुख विपक्षी एकता को भी एक झटके जैसा है। संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने कल हुई सांसदों की मीटिंग में कहा कि देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अलग-अलग मत हैं, लेकिन द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी कैंडिडेट हैं।
बता दे कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है। ऐसे में देखा जाये तो भारत को अगला राष्ट्रपति मिलेगा। इसके लिए चुनाव प्रक्रिया भी होनी है। उधर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के बाद देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा इसको लेकर कयास भी लगने शुरू हो गए है।
विपक्ष ने अपने उम्मीदवार के तौर पर पूर्व टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा पर अपनी मुहर लगाई थी । एनसीपी नेता शरद पवार कि अध्यक्षता में विपक्षी दलों की मीटिंग में यह फैसला लिया गया था । इस बैठक में यशवंत सिन्हा भी मौजूद थे।
वहीं एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए के अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया था । द्रौपदी मुम एनडीए ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर चुना है और उनके नाम का एलान कर दिया गया था।