न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हुए 11 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी भी नई सरकार बनाने को लेकर सस्पेंस बरकरार है। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह छुप्पी सादे हुए हैं। वहीं, शिवसेना के बयानवीर नेता लगातार अपने बयानों के वजह से सुर्खियों में बने हुए हैं। दूसरी तरफ विपक्ष में बैठने की बात कह रही एनसीपी और कांग्रेस सरकार बनाने के सपने देखने लगी है।
लगातार बीजेपी की आलोचना कर रहे शिवसेना सांसद संजय राउत पिछले कुछ दिनों से एनसीपी नेता शरद पवार की तारीफ कर रहे हैं। तो वहीं लगातार अपने बयानों से बीजेपी पर दबाव बना रहे हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मशहूर शायर वशीम बरेलवी के एक शेर के जरिये गठबंधन साझेदार बीजेपी पर निशाना साधा है। शिवसेना सांसद राउत ने ट्वीट किया, ‘उसूलों पर जहां आंच आये, टकराना ज़रूरी है, जो ज़िन्दा हो, तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है …. जय महाराष्ट्र…’
संजय राउत ने इसके साथ ही बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, ‘ईडी और सीबीआई का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। पिछले 10 दिनों में यह कोशिश की गई है। मेरे पास इसकी जानकारी आई है और जल्द ही इसका खुलासा होगा।
राउत ने इसके साथ ही कहा कि महाराष्ट्र में ऑपरेशन कमल नहीं चलने वाला। शिवसेना ने न कभी घुटने टेके है और न टेकेगी… शिवसेना अपना सीएम खुद बनाएगी, अपनी ताकत पर सीएम बनाएगी।
गौरतलब है कि 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद रविवार को 11 दिन हो गए, लेकिन राज्य में किसकी सरकार बनेगी यह अब तक साफ नहीं हो पाया है। एक ओर जहां शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी हुई है तो वहीं बीजेपी इसपर राजी होने को तैयार नहीं है।
हालांकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में साफ किया कि उद्धव ठाकरे की पार्टी से ऐसा कोई वादा नहीं गया। मुख्यमंत्री को लेकर शिवसेना और बीजेपी में 11 दिन से जारी खींचतान के बीच एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन को भी महाराष्ट्र में उम्मीदें दिखने लगी हैं। इस चुनाव में 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना ने 56 और भाजपा ने 105 सीटों पर जीत दर्ज की।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमारे पास बहुमत का आंकड़ा है। अभी हमारे पास 170 विधायकों का समर्थन है, जो 175 तक पहुंच सकता है।
बता दें, शिवसेना के 56 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 44 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के पास 54 विधायक हैं, वहीं, निर्दलीय विधायकों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा है. अगर ये सभी पार्टियां एकसाथ आती हैं तो ये आंकड़ा 170 के करीब पहुंचता है।
मुमकिन है
वहीं, मुंबई में एनसीपी मुख्यालय में पार्टी नेताओं की बैठक हो रही है। ये बैठक सोमवार को पार्टी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच होनी वाली मुलाकात से पहले हो रही है। इस बीच एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने भी बड़ा दिया बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना कहती है कि उनका मुख्यमंत्री बनेगा तो यह बिल्कुल मुमकिन है। शिवसेना अपनी भूमिका एकदम स्पष्ठ करे। हम भी अपनी भूमिका बता देंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल जनता ने हमें विपक्ष में बैठने के लिए चुना है और हम उसके लिए तौयार हैं।
क्या शिवसेना को समर्थन देगी कांग्रेस?
चुनाव में 44 सीट जीतकर कांग्रेस हताश हो चुकी थी, लेकिन बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी जंग के बाद से उसकी उम्मीद जिंदा हो गई। नतीजों में जैसे ही साफ हुआ कि बीजेपी बहुमत से दूर है उसके बाद कांग्रेस भी एक्टिव हो गई। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं की ओर से बयान आने लगा कि अगर शिवसेना हमारे पास समर्थन मांगने आती है तो हम उसपर विचार करेंगे।
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता सरकार बनाने के लिए शिवसेना को समर्थन देने को तैयार है, लेकिन पार्टी नेतृत्व जल्दबाजी में नहीं है। शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे अपने जीवनकाल में कांग्रेस पर आक्रामक और हमलावर रहे हैं, लिहाजा कांग्रेस किसी भी विकल्प की ओर फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है।
शुक्रवार को शिवसेना के साथ संभावित दोस्ती पर चर्चा करने के लिए महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने आए थे। बालासाहेब ठाकरे के दौर का शिवसेना देख चुकी सोनिया गांधी इस राजनीतिक गठबंधन को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं हैं, उन्होंने पार्टी नेताओं को ‘वेट एंड वाच’ की पॉलिसी पर काम करने को कहा है। ऐसे में क्या कांग्रेस शिवसेना को समर्थन देगी यह भी बड़ा सवाल बना हुआ है।