Saturday - 2 November 2024 - 3:43 AM

मोदी है तो मुमकिन है…अयोध्या में ऐसे बनेगा भव्य राममंदिर

न्‍यूज डेस्‍क

लोकसभा चुनाव 2019 में मिली सफलता के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का आत्‍मविश्‍वास सातवें आसमान पर है। इसीलिए जिस राम मंदिर मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता बोलने से बच रहे हैं उद्धव ठाकरे उस को असल मुद्दा बनाकर राजनीति कर रहे हैं।

अपने 18 सासंदों के साथ शिवसेना प्रमुख उद्धव अयोध्‍या रामलला के दर्शन करने पहुंचे हैं। शिवसेना के सांसदों का कहना है कि वे रामलला की धरती पर आकर खुद को धन्य मानते हैं, सुबह उठते ही राम जन्म भूमि का दर्शन करने की व्याकुलता है।

अयोध्या में उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि केंद्र में मजबूत सरकार है। मोदी सरकार अगर मंदिर बनाने के लिए कदम उठाती है तो हम साथ रहेंगे। उद्धव ने कहा, केंद्र सरकार राम मंदिर निर्माण का फैसला करे और जल्दी राम मंदिर बने। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि ऑर्डिनेंस लाकर मंदिर बनाया जाए. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम फिर मंदिर आंदोलन शुरू करेंगे।

उद्धव ने कहा, पिछली बार जब आया था तो लोगों को लगा कि मैं सियासत करने आया हूं लेकिन मैंने तभी नारा दिया था ‘पहले मंदिर फिर सरकार’.. मैंने कहा था कि मैं चुनाव के बाद फिर आऊंगा और मैंने अपना वादा निभाया. आज कह रहा हूं कि कि मंदिर बनेगा ही बनेगा। उन्होंने कहा, अयोध्या ऐसी जगह है जहां बार-बार आने की इच्छा होती है। मैं अयोध्या आता रहूंगा लेकिन अगली बार कब आऊंगा पता नहीं।

शिवसेना सांसदों की व्‍याकुलता के बीच शिवसेना के सांसद व प्रवक्ता संजय राउत बार-बार राम मंदिर निर्माण के लिए बयान दे रहे हैं। उनका कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ही सुप्रीम कोर्ट हैं। ये दोनों चाहे तो राम मंदिर का निर्माण इसी साल शुरू हो सकता है। वहीं सांसद संजय यादव ने बताया कि वह पहले भी रामनगरी आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने यह शिवसेना ही नहीं, संपूर्ण भारत का हिंदू समाज चाहता है।

हमारे पास दो विकल्प

वहीं, दूसरी ओर रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य व मणिरामदास की छावनी के श्रीमहंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज के जन्मोत्सव पर आयोजित संत सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने राममंदिर निर्माण के मुद्दे पर कहा कि हमारे पास दो विकल्प हैं पहला सुप्रीम कोर्ट का निर्णय और दूसरा बातचीत का।

कानून बनाकर मंदिर निर्माण का रास्ता निकलेगा

उन्‍होंने कहा कि जब इन दोनों से समाधान नहीं निकलेगा तो कानून बनाकर मंदिर निर्माण का रास्ता निकलेगा। उन्होंने कहा कि मैं डिप्टी सीएम से पहले रामभक्त के साथ-साथ कारसेवक भी हूं। अब बहुत जल्द हमारा संकल्प व स्वप्न साकार होगा।

अयोध्या में भव्य राममंदिर बनेगा

उन्होंने कहा कि वह खुद राम भक्त हैं व अयोध्या में भव्य राममंदिर बनवाने के समर्थक हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि मोदी है तो हर नामुमकिन भी मुमकिन है और जल्द ही अयोध्या में भव्य राममंदिर बनेगा।

डिप्‍टी सीएम ने कहा कि जहां भी बात प्रारंभ होती है वह राममंदिर निर्माण से ही शुरू होती है। जब तक प्रस्तावित राममंदिर के शिखर पर कलश स्थापित नहीं हो जाता, यह चर्चा चलती रहेगी। संतों के आशीर्वाद से ही मोदी सरकार ने दूसरी पारी शुरू की है।

बाबर के नाम पर एक भी ईंट नहीं रखने दी जाएगी

एक समय था जब सुनवाई लगातार टाली जा रही थी, आज सुनवाई चल रही है और बातचीत भी हो रही है। मध्यस्थता के लिए एक पैनल बनाया गया है जो सुलह-समझौते का प्रयास कर रहा है। यदि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले व बातचीत से यह मामला हल नहीं होता तो कानून बनाकर भी राममंदिर निर्माण का रास्ता बनाएंगे, लेकिन किसी भी कीमत पर बाबर के नाम पर एक भी ईंट नहीं रखने दी जाएगी।

संतों का जैसा भी आदेश होगा, पार्टी उसी के अनुसार काम करेगी। मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है। पहले सुनवाई की प्रक्रिया सुस्त थी लेकिन अब रफ्तार पकड़ चुकी है। उम्मीद है कि जल्द फैसला आएगा।

राम मंदिर निर्माण में देरी किस की

गौरतलब है कि शिवसेना प्रमुख का अयोध्‍या दौरान राम मंदिर निर्माण के लिए मोदी सरकार पर राजनीतिक दबाव बनाने के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर साधु-संत भी केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार पर लगातार मंदिर निर्माण के लिए दबाव बना रहें हैं। उनका कहना है कि बीजेपी एक बार फिर से राम मंदिर निर्माण का वादा करके सत्‍ता में बहुमत आ गई है। अब केंद्र और यूपी में बीजेपी की सरकार है तो राम मंदिर निर्माण में देरी किस की।

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