जुबिली न्यूज़ डेस्क
महाराष्ट्र की सियासत दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है। प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी, और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन विराजमान होगा ? इस सवाल का हर कोई बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहा है। जोड़-तोड़ और आंकड़ों को अपने पक्ष में करने का खेल चल रहा है।
Office of Maharashtra Governor: Governor Bhagat Singh Koshyari today asked the leader of elected members of the second largest party, the Shiv Sena, Eknath Shinde to indicate the willingness and ability of his party to form the government in Maharashtra. pic.twitter.com/bdfKgHPj45
— ANI (@ANI) November 10, 2019
महाराष्ट्र के बीजेपी द्वारा सरकार बनाने से साफ इंकार किए जाने के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आज महाराष्ट्र में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना के एकनाथ शिंदे से सरकार बनाने के लिए अपनी पार्टी की इच्छा और क्षमता का संकेत देने के लिए कहा। राज्यपाल ने जवाब देने के लिए पार्टी को सोमवार शाम 7:30 बजे तक का समय दिया है।
बता दें कि भाजपा ने भी साफ कर दिया कि महाराष्ट्र में पार्टी सरकार नहीं बनाएगी। महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने आज राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात के बाद प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन पर भरोसा जताते हुए जनादेश दिया है। लेकिन शिवसेना ने महाराष्ट्र की जनता के दिए जनादेश का अनादर किया है। हम अकेले सरकार नहीं बना सकते। शनिवार को राज्यपाल ने भाजपा को राज्य में सबसे बड़े दल के रूप में सरकार बनाने का दावा पेश करने का न्योता दिया था।
समर्थन के लिए NCP ने रखी शर्त
शिवसेना को समर्थन के सवाल पर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि 12 नवंबर को पार्टी ने विधायकों की बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना हमारा समर्थन चाहती है तो उसे एनडीए से नाता तोड़ना पड़ेगा और बीजेपी से अपने सभी रिश्ते खत्म करने होंगे। मलिक ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से भी शिवसेना को अपने सभी मंत्रियों के इस्तीफे दिलवाने होंगे। अब सवाल ये है कि क्या एनसीपी की शर्त को शिवसेना मानेगी या फिर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगेगा ?
यह भी पढ़ें : पीएफ घोटाला : बिजलीकर्मियों ने Yogi सरकार से की ये मांग
यह भी पढ़ें : यहां करोड़ों रुपये लेने वाला कोई भी ‘वारिस’ नहीं मिल रहा है