जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में इस वक्त घमासान मचा हुआ है। भतीजे अजित पवार ने चाचा शरद पवार को जोरदार झटका दिया है और बीजेपी के साथ मिलकर शरद पवार को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
शिंदे सरकार में शामिल अजित पवार को लेकर शरद पवार अब आर पार के मुड़ में नजर आ रहे हैं। उन्होंने दिल्ली में अहम बैठक करते हुए कहा कि मैं ही एनसीपी का अध्यक्ष हूं. किसी और के अध्यक्ष बनने की बात गलत है। वहीं दूसरी तरफ उनके भतीजे अजित पवार के गुट ने पलटवार करते हुए कहा कि ये बैठक पूरी तरह से गैरकानूनी है।
अजित पवार की तरफ से जारी बयान में कहा गया,’शरद पवार ने जो बैठक बुलाई है, वह गैरकानूनी है। एनसीपी के प्रतिनिधित्व को लेकर विवाद ECI के अधिकार क्षेत्र में है। इसलिए पार्टी के अंदर किसी भी व्यक्ति को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का अधिकार नहीं है. बैठक में लिया गए फैसला मानने के लिए कानूनी तौर पर कोई भी बाध्य नहीं है।
बता दे कि दो जुलाई को एकाएक अजित पवार ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर शरद पवार को बगैर बताये बीजेपी से जा मिले। इतना ही नहीं शिंदे सरकार को समर्थन देते हुए सरकार में शामिल हो गए और उप मुख्यमंत्री जा बैठे। उनके आलावा एनसीपी के कई और लोगों को मंत्री बनाया गया है।
उधर आनन-फानन में शरद पवार को अजित पवार की इस हरकत पर गहरा झटका लगा है। अब एनसीपी पर अपना हक जमाने में अजित पवार ने देर नहीं की और शरद पवार को अजित पवार ने पार्टी अध्यक्ष से ‘बेदखल’, करने का कदम उठा लिया है। हालांकि तीन दिन पहले कहा था कि चाचा ही चीफ रहेंगे लेकिन अब उन्होंने शरद पवार को हटा दिया है और खुद एनसीपी का नया अध्यक्ष घोषित कर दिया है।