न्यूज़ डेस्क
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार बनाने में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अहम रोल निभाया है। देश की सियासत में अहम चेहरा माने जाने वाले शरद पवार ने अपनी राजनीतिक समझ से पीएम नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को महाराष्ट्र में पटकनी दे दी। सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद भी बीजेपी वहां सरकार नहीं बना पाई और एनसीपी प्रमुख ने शिवसेना और कांग्रेस को मिलाकर गठबंधन की सरकार बनवा दी।
शरद पवार ने न सिर्फ महाराष्ट्र में सरकार बनवाई बल्कि उद्धव सरकार में एनसीपी के ज्यादा विधायकों को मंत्री भी बनवाया। इसके बाद महाराष्ट्र के अलावा अन्य राज्यों में भी सभी ने शरद पवार का पॉवर गेम देखा। पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार देश के कद्दावर नेताओं में से एक हैं, जानकर उन्हें मोदी शाह के खिलाफ विपक्ष को एक जुट करने वाला बड़ा नेता मान रहे हैं।
सियाशी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में शरद पवार मुख्य उम्मीदवार हो सकते हैं। इस चर्चा को शिवसेना के संजय राउत ने हवा दे दी है। उन्होंने कहा कि 2022 में राष्ट्रपति के चुनाव होने हैं ऐसे में सभी राजनीतिक दलों को एनसीपी प्रमुख शरद पवार के नाम पर विचार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2022 तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का फैसला करने के लिए ‘हमारी तरफ’ पर्याप्त संख्या होगी। इसके लिए जल्द ही योजना बनाई जाएगी। इस योजना के तहत संजय राउत जल्द ही पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, राजस्थान और केरल के मुख्यमंत्रियों से मिलकर उनकी उम्मीदवारी पर बात करेंगे।
इसके अलावा वह जल्द ही गैर-बीजेपी राज्यों का भी दौरा करेंगे। उन्होंने बताया है कि पवार से बात करके इसकी विस्तृत योजना बनाई जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इसमें कोई रुकावट नहीं आएगी। पवार साहेब देश के सबसे बड़े नेता हैं और उनका बहुत सम्मान होगा। उनके प्रशासनिक अनुभव और राजनीतिक कुशाग्रता को देखते हुए उन्हें भारत का संवैधानिक मुखिया बनाया जाना चाहिए।’
यह भी पढ़ें : BJP को लगने वाला है एक और झटका, ये है वजह
यह भी पढ़ें : दिल्ली में बजी चुनावों की रणभेरी , आठ फरवरी को होगी वोटिंग