न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (महाविकास अघाडी) की गठबंधन सरकार बनवाने में अहम रोल निभाने वाले शरद पवार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से नाराज हो गए हैं।
सूत्रों की माने तो महाराष्ट्र के सुप्रिम मुख्यमंत्री कहे जाने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार उद्धव ठाकरे और देश के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ हुई बैठक में अपने भतीजे और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को न्योता न देने पर नाराजगी जाहिर की है।
दरअसल, महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुकेश अंबानी,रतन टाटा सहित देश के प्रमुख उद्योगपतियों से मुलाकात की, लेकिन इस बैठक में अजित पवार, जिनके पास वित्त और नियोजन जैसा प्रमुख विभाग है, उन्हें बैठक में नहीं बुलाया गया। जिसको लेकर एनसीपी की तरफ से नाराजगी दर्ज की गई है।
इसके अलावा सीएम उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में हुई बैठक में सीएम के बेटे और टूरिज्म मंत्री आदित्य ठाकरे और ट्रांसपोर्ट मंत्री अनिल परब को जगह दी गई इस पर भी सवाल उठ रहे है।
एक बड़े नेता ने तो यहां तक कह दिया है कि सीएम उद्धव ठाकरे महाविकास अघाड़ी की सरकार चला रहे है या पार्टी चला रहे है? क्यों बैठक में शिवसेना की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी मौजूद थीं, इस पर भी सवाल उठ रहा है।
बता दें कि बैठक में तय हुआ कि महाराष्ट्र से अब कोई इंडस्ट्री शिफ्ट नहीं होगी, कोई प्रोजेक्ट नहीं रुकेगा, बल्कि उन्हें तेजी से लागू किया जाएगा। ठाकरे ने कहा कि सरकार बड़े, मध्यम और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी। इससे 2025 तक राज्य को एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का रास्ता निकलेगा।
बता दें कि यह आश्वासन इसलिए अहम है क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले महीने बुलेट ट्रेन जैसे बड़े प्रोजेक्ट की समीक्षा के आदेश दिए थे।