न्यूज डेस्क
अब बलात्कार के बाद हत्या की खबरें की शायद लोगों को बिचलित नहीं करती, शायद इसीलिए इस दिशा में ठोस कदम उठाया नहीं जा रहा है। अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुका है कि पहले सिर्फ बलात्कार की खबरें आती थी और अब बलात्कार के बाद पीडि़ता की हत्या की खबरें आने लगी है। हर दिन ऐसी खबरें अखबार की सुर्खिया बनती हैं।
हैदराबाद और उन्नाव रेप मामले में पीडि़ता की हत्या कर दी गई थी। ऐसा ही एक मामला असम के बिस्वनाथ जिले में 11 साल की नाबालिग बच्ची के साथ दुराचार और हत्या का हैरतअंगेज मामला सामने आया है।
पुलिस के अनुसार 10वीं में पढऩे वाले 7 छात्रों ने पार्टी के बहाने बच्ची को बुलाया और फिर उसके साथ रेप किया। बाद में बच्ची की हत्या कर उसे पेड़ से टांग दिया। हालांकि सभी सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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यह घटना असम के बिस्वनाथ जिले के राजाबाड़ी गांव की है। पुलिस के अनुसार आरोपी छात्रों ने 28 फरवरी को 10वीं की परीक्षा के खत्म होने के बाद पार्टी के बहाने बच्ची को अपने घर बुलाया था। इसके बाद उन्होंने उसके साथ रेप किया। अपराध को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने बच्ची की हत्या कर दी और शव को पास के जंगल में एक पेड़ से लटका दिया।
इस घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। बच्ची के परिजन समेत सैकड़ों लोगों ने आरोपियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नेशनल हाइवे 15 जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने गोफूर पुलिस थाने का घेराव भी किया।
एक मार्च को पुलिस ने मामले के सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दो फरवरी को उन्हें जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया और इसके बाद बाल सुधार गृह भेज दिया गया। वहीं, प्रदर्शन करने वाले लोगों ने मांग की है कि सभी आरोपियों को मौत की सजा दी जाए। पीडि़ता के पिता ने कहा कि उन्होंने पुलिस से कहा था कि वह आरोपियों की पहचान उजागर करें। वह उन छात्रों के चेहरे को देखना चाहते हैं, जिन्होंने उनकी बच्ची के साथ रेप किया और फिर उसकी हत्या करके उसे पेड़ से लटका दिया।
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