जुबली न्यूज़ डेस्क
राजधानी दिल्ली में शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ लंबे चले विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेकर चर्चा में आईं 82 साल की बिलकिस बानो उर्फ ‘शाहीन बाग की दादी’ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बड़ा बयान दिया है।
गौरतलब है कि शाहीन बाग की दादी का नाम टाइम मैग्जीन द्वारा 100 सबसे प्रभावशाली वैश्विक लोगों की लिस्ट में शामिल किया है। इसी लिस्ट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी शामिल किया गया है।
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टाइम मैग्जीन की लिस्ट में नाम आने के बारे में बात करते हुए दादी ने कहा कि “मैं बहुत खुश हूं कि मुझे इस तरीके से सम्मानित किया गया। हालांकि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी।”
बिलकिस बानो ने कहा, “मैंने केवल कुरान शरीफ पढ़ी है और मैं कभी स्कूल नहीं गई, लेकिन आज मैं बहुत उत्साहित और खुश हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस सूची में शामिल करने के लिए बधाई देती हूं। वह भी मेरे बेटे हैं। अगर मैंने उन्हें जन्म नहीं दिया तो क्या हुआ? मेरी बहन ने उन्हें जन्म दिया है। मैं उनके लंबी उम्र और खुशी के लिए प्रार्थना करती हूं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या अगर उन्हें आमंत्रित किया जाए तो वह प्रधानमंत्री से मिलने जाएंगी, इस पर उन्होंने कहा: “क्यों नहीं। मैं जाऊंगी। इसमें डरने की क्या बात है?” उन्होंने कहा कि “मोदी जी मेरे बेटे की तरह हैं।
कोरोनावायरस को लेकर बिल्किस दादी ने कहा, “हमारी पहली लड़ाई कोरोनावायरस के खिलाफ है। इस बीमारी को पूरी दुनिया से खत्म किया जाना चाहिए।”
बता दें कि बिलकिस दादी, जो दो अन्य दादियों के साथ NRC-CAA विरोध का चेहरा बनकर उभरीं थी, बिलकिस बानो उत्तर प्रदेश के हापुड़ की रहने वाली हैं। लगभग 11 साल पहले उनके पति की मृत्यु हो गई थी और वर्तमान में वह अपनी बहू और पोतों के साथ शाहीन बाग में रहती हैं।
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