न्यूज़ डेस्क
राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग़ में करीब सौ दिन से सीएए और एनआरसी के विरोध में धरना प्रदर्शन हो रहा था। आज भारी पुलिस फ़ोर्स के बीच इसको खाली कराने की प्रतिक्रिया शुरू हो गई है। वहां मौजूद सभी लोगों को हटाया जा रहा है। इसके अलावा वहां लगे टेंट भी हटा दिए गये। साथ ही नोएडा-कालिंदी कुंज सड़क को खाली करा लिया गया है।
शाहीन बाघ में चल रहे प्रदर्शन को दिल्ली पुलिस ने धारा-144 की दलील देते हुए एक घंटे में खाली करवाया। खाली कराए जाने के दौरान पुलिस ने 6 महिलाओं और तीन पुरुषों को हिरासत में लिया है।
वहीँ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि जब हम खुद पीछे हट गए थे, लेकिन पुलिस ने धरना स्थल में बना भारत माता का नक्शा और इंडिया गेट को क्यों हटाया। इसके साथ ही लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की है।
जबकि दिल्ली पुलिस का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से कई शहर लॉकडाउन में है। इसमें दिल्ली भी शामिल है। हम लोगों से कह रहे हैं कि वह शांतिपूर्ण तरीके से हट जाएं, ताकि लोगों की जान हिफाजत में रहे। किसी को कोई जोखिम नहीं उठाना पड़े, क्योंकि यह बहुत संक्रमण वाली बीमारी है।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी दुनिया में तेजी से फ़ैल रहा है। हम सभी लोगों को इसको रोकना है, इसलिए हम शांतिपूर्ण तरीके से धरनास्थल को खाली करा रहे हैं। हमें सड़क भी खाली करानी है, क्योंकि एंबुलेंस समेत कई जरूरी सामानों की गाड़ियों की आवाजाही हो सके।
इसके अलावा दिल्ली में जिन आठ जगहों पर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन चल रहा है उन जगहों पर भी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से खाली करवा लिया है।
गौरतलब है कि रविवार को पूरे देश में जनता कर्फ्यू लगाया गया था। इसका शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने भी समर्थन किया था और उस दिन सांकेतिक धरना चला था, लेकिन इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने फैसला किया था कि अब सिर्फ पांच महिलाएं धरने पर बैठेंगी।
दिल्ली की सीमाएं हुई सील
बीते दिन दिल्ली की सीमाएं सील कर दी गई हैं, इसके चलते कोई भी ट्रक, बस या अन्य वाहन राजधानी में प्रवेश नहीं कर सकेगा। केवल अनिवार्य और आपातकालीन वस्तुओं को लाने वाले वाहनों ही प्रवेश दिया जाएगा। रेलवे और मेट्रो की सेवाएं भी इस दौरान पूरी तरह से बंद रहेंगी।