स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ चला आ रहा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली से लेकर लखनऊ तक संशोधित नागरिकता कानून को लेकर रार देखने को मिल रही है। दूसरी ओर शाहीन बाग की महिलाओं का धरना लगातार जारी है। इतना ही नहीं दिल्ली चुनाव में शाहीन बाग का मामला भी उठाया गया था लेकिन अब भी इस पर विवाद रूकने का नाम नहीं ले रहा है।
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इस बीच खबर आ रही है कि शाहीन बाग की महिलाओं ने गृहमंत्री अमित शाह की ओर से बातचीत के लिए रखे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक महिलाओं का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को गृहमंत्री से मुलाकात करने जा रहा है। हालांकि इस बारे में अभी कोई खास जानकारी नहीं मिल रही है।
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बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने एक न्यूज चैनेल के एक कार्यक्रम में कहा था कि अगले तीन दिन में सीएए को लेकर कोई भी उनसे मिलकर इस मुद्दे पर बातचीत कर सकता है। उन्होंने साफ कर दिया है कि जिस किसी को सीएए को लेकर आपत्ति है, वो उनसे बातचीत कर सकता है।
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बता दें कि दिल्ली चुनाव में गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में सांसद वर्मा ने एक चुनावी रैली में कहा था कि 11 फरवरी की रात को ही शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल को खाली करा लिया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी चुनावों में जीतती है तो उनके संसदीय क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बने 40 मस्जिद, कब्रिस्तान और ‘मजारों’ को साफ कर दिया जाएगा।
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हालांकि इस बयान का बीजेपी को कोई फायदा नहीं हुआ और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में मैदान मार लिया है। शाहीन बाग के इलाके में पिछले काफी समय से सड़क पर बैठ कर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है।