न्यूज डेस्क
दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले 64 दिनों से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन बिल (एनआरसी) के विरोध में धरने पर बैठी महिलाओं का गृहमंत्री अमित शाह के घर तक निकलने वाला पैदल मार्च को रोक दिया गया है। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को मार्च निकालने की इजाजत नहीं दी, जिसके बाद शांतिपूर्ण चल रहे पैदल मार्च का वापस ले लिया गया। ऐसा में फिर से सवाल खड़ा हो गया है कि शाहीन बाग में बैठी महिलओं और सरकार के बीच संवाद कैसे होगा?
दरअसल, रविवार सुबह प्रदर्शकारियों ने अमित शाह से मिलने के लिए मार्च निकाला था, लेकिन पुलिस से बातचीत के बाद प्रदर्शनकारी लौट गए। हालांकि इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात है। हालांकि, गृहमंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि अगले तीन दिनों के बीच प्रदर्शनकारियों को अपॉइंटमेंट दिला कर गृहमंत्री अमित शाह से मिलवाया जाएगा।
दूसरी ओर एडिशनल DCP कुमार ज्ञानेश ने कहा कि स्थिति सामान्य और नियंत्रण में है। कुछ प्रदर्शकारी बैरिकेड्स तक आए थे। उनसे जब अमित शाह से मिलने अपॉइंटमेंट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ये बात स्वीकार की और बातचीत के बाद वे वापस चले गए। इससे पहले डीसीपी साउथ ईस्ट आरपी मीणा ने कहा, शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों ने हमें बताया कि वे गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए मार्च निकालना चाहते हैं। लेकिन हमने इसके लिए मना कर दिया क्योंकि उनके पास अपॉइंटमेंट नहीं था।
RP Meena, DCP South East: They(Shaheen Bagh protesters) told us that they wanted to take out a march (to meet HM) but we told them they cannot as they do not have appointment call from Union Home Minister. We are talking to them and we hope that they will understand. pic.twitter.com/Ajq34ftYDG
— ANI (@ANI) February 16, 2020
दिल्ली पुलिस ने शनिवार रात शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से लिस्ट मांगी थी कि जो लोग गृह मंत्री से मिलने जाना चाहते हैं, उनके नाम दे दें। इससे पहले दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा था कि प्रदर्शनकारी 2 बजे एक मार्च निकालकर गृह मंत्री अमित शाह के पास जाना चाहते हैं। पुलिस ने इस मार्च की इजाजत नहीं दी है। अगर प्रदर्शनकारी मार्च निकालेंगे तो उन्हें पुलिस रोकेगी।
इससे पहले गृह मंत्रालय ने शनिवार को स्पष्ट किया था कि गृह मंत्री अमित शाह और शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के बीच रविवार को कोई बैठक तय नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मसले पर रविवार को उनकी अमित शाह के साथ बैठक होने वाली है। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा है कि वो बातचीत के लिए तैयार हैं। बातचीत के लिए उन्हें बुलाना सरकार की जिम्मेदारी है।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को कहा कि सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे पर रविवार को उनकी अमित शाह के साथ बैठक होगी। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक के लिए उन लोगों ने गृह मंत्री से समय नहीं लिया है।जबकि, शाहीन बाग प्रदर्शन के आयोजकों में से एक सैयद अहमद तासीर ने मंच से कहा कि वे लोग गृह मंत्री से मिलने के लिए तैयार हैं, लेकिन गृह मंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए वे कितने लोगों से मिलना चाहते हैं। वहीं, एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि वो लोग रविवार को अमित शाह के घर की तरफ मार्च करेंगे।
बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने शाहीन बाग के प्रदर्शन को गैर-लोकतांत्रिक और गैरकानूनी बताया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को प्रदर्शन करने का अधिकार है। अदालत ने भी कहा कि धरना प्रदर्शन अनिश्चित काल तक नहीं चल सकता है और निर्धारित स्थान पर ही धरना किया जा सकता है। लेकिन शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों ने रास्ते को जाम कर दिया है, जिससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।