जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। इस्लाम के पांच आधार में हज भी एक अहम आधार है और हर मुसलमान जो वित्तीय रूप से मजबूत है उसे अपनी जिंदगी में एक बार हज करना अनिवार्य होने की वजह से दुनिया भर के मुसलमान हज करने के लिए सउदी अरब के मक्का में पहुंचते हैं। हज इस्लामिक कैलेंडर के आखिरी महीने की आठ तारीख से 12 तारीख के बीच अदा किया जाता है।
हज के लिए दुनिया भर के देशों का कोटा रहता है जिसके आधार पर देश के हज यात्रियों को हज के लिए सउदी अरब से वीजा जारी होता है। इस कोटे के अनुसार ही हर देश के मुस्लिम हज यात्री मक्का पहुंचते हैं। इस बार भारत से लगभग दो लाख से ज्यादा का कोटा मिला हुआ जिसको हज कमेटी ऑफ इण्डिया ने जनसंख्या के आधार पर प्रदेशों को कोटा निर्धारित किया है।
इस बार उत्तर प्रदेश से लगभग 30,237 सीट का कोटा मिला था जिसके लिए 34,397 आवेदन मिले थे जो कुरांदाजी के जरिए यात्रीयों को चयनित किया जाता है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगभग 14,500 हज यात्रियों को हज यात्रा पर जाएंगे, जिसकी पहली उड़ान 21 जुलाई 2019 को चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से रवाना होंगे।
साल 2012 के बाद इस साल हज यात्रा पर जाने वाले हजारों आजमीनों को एहराम (हज के दौरान पहने जाने वाला कपड़ा) बांधकर विमान में सवार होना होगा। ऐसा सात वर्ष होगा जब शिया-सुन्नी आजमीनों को एहराम बांधकर विमान में जाएंगे। सऊदी अरब में विमान स्थल बदलने से आजमीनों को हज हाउस से ही एहराम बांधकर एयरपोर्ट के लिए निकलना होगा।
ऐसा इसलिए होगा क्योंकि सात वर्ष बाद हज की फ्लाइट जेद्दा जाएगी, जबकि पिछले वर्ष तक फ्लाइट मदीना जाती थी। हालांकि, 2012 से पहले फ्लाइट आजमीनों को लेकर जेद्ïदा ही जाती थी। इस बार लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से विमान मदीना की उड़ान नहीं भर सकेंगे। हज कमेटी ऑफ इंडिया व सऊदी हुकूमत ने यह सुविधा समाप्त कर दी है।
जारी किए गए दिशा- निर्देश
राज्य हज कमेटी के सहायक सचिव जावेद अहमद ने बताया कि इस बार सऊदी अरब के उड़ान स्थल में बदलाव किया गया है। इसलिए आजमीनों को एहराम बांधकर रवाना होना होगा। सुन्नी आजमीनों को मीकाद (एहराम बांधने का स्थान) की जगह (यालमलम) के करीब पहुंचने पर विमान में सूचना दे दी जाएगी।
सूचना के बाद आजमीनों को नियत करने के साथ ही विमान में दो रकत नमाज अदा करनी होगी। जबकि, शिया आजमीन केवल एहराम बांधेंगे फिर जब उनको जेद्दा एयरपोर्ट से खुली बस में जोहफा (मीकाद) ले जाया जाएगा, तब वे नियत कर दो रकत नमाज अदा करेंगे।
यात्रियों की सुविधा के लिए मोबाइल एप
हज यात्रा 2019 के लिए काउंसिल जनरल आफ इंडिया, जद्दा ने हज यात्रियों की सुविधा के लिए एक मोबाइल एप शुरू किया है। इस एप पर हज यात्री का पासपोर्ट नम्बर, मक्का, मदीना, मिना में रिहाइश का विवरण, उड़ान विवरण, इमरजेंसी कान्टेक्ट टोल फ्री नम्बर 8002477786 पर हज यात्री इंडियन हज ऑफिस से सम्पर्क कर सकते हैं।
साथ ही खादिमुल हुज्जाज की तैनाती, अस्पताल एवं रेस्टोरेंट आदि की सूचनाएं उपलब्ध रहेंगी। ये जानकारी उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के सचिव, कार्यपालक अधिकारी राहुल गुप्ता ने दी है। उन्होंने बताया कि इस एप को प्लेस्टोर के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि हज से संबंधित शिकायतों के लिए काउंसिल जनरल आफ इंडिया, जद्दा ने एक व्हाट्सएप नम्बर 00966543891481 जारी किया है। हज यात्री अपने साथ खश-खश, शक्तिवर्धक दवाएं, सिंथेटिक कपूर, सिस्टोन, खमीरा, गुटखा, खैनी, गुल, पिपरमिंट, नार्कोटिक्स, राजनीतिक साहित्य, फोटोग्राफ्स, पोर्नोग्राफ्क्सि सामग्री आदि न रखें।