जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी के पीजीआई की एल्डिको कॉलोनी में सांड के हमले में सात लोग घायल हो गए। इसमें एक महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। लगभग एक घंटे सांड का आतंक बना रहा। लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम और नगर निगम को सूचना दी।
करीब दो घंटे बाद नगर निगम का दस्ता पहुंचा। इसके बाद सांड को पकड़ा गया। इस दौरान पूरी कॉलोनी में सन्नाटा पसरा रहा। सांड के पकड़े जाने तक लोग घरों में डरे सहमे बैठे रहे।
नगर निगम के संयुक्त निदेशक डॉ. अरविंद कुमार राव ने बताया कि अभियान में एक- एक इलाके को चिह्नित कर सभी कैटल कैचर एक साथ भेज रहे हैं। इससे एक-एक इलाके सांड मुक्त होते जाएंगे। 20 मई तक सभी सांड को पकड़ने की योजना है।
कॉलोनी में सुबह नौ बजे उतरेठिया की रहने वाली सुशीला देवी कपड़े प्रेस कर रही थीं। तभी एक सांड दौड़ता हुआ आया और हमला कर दिया। कुछ लोग बचाने के लिए दौड़े तो सांड दूसरी तरफ भाग गया। सुशीला देवी को पहले नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर देख सिविल अस्पताल भेजा दिया गया।
सुशीला पर हमले के बाद दूसरी तरफ से आ रहे तारा चंद्र यादव को सांड ने मारा, ताराचंद्र भी चोटिल हो गए। इसके थोड़ी देर बाद मोटरसाइकिल से दूध वितरण का कार्य करने वाले शीतल खेड़ा निवासी रिंकू पर हमला कर दिया और उसकी गाड़ी गिरा दी।
रिंकू के बाद रास्ते से निकल रही पुष्पा देवी पर हमला किया। यहीं नहीं उधर से गुजर रहे तीन अन्य लोगों पर भी सांड ने हमला कर दिया।
लगातार सांड के हमलों की घटनाओं के बाद अब नगर निगम ने अपना अभियान शुरू किया है। पहले दिन 41 सांड नगर निगम ने पकड़े। अधिकारियों का कहना है कि पूरे शहर में करीब 750 सांड छुट्टा घूम रहे हैं। इनका सर्वे करा लिया गया है। 25 मई तक इन सभी सांड को पकड़कर कान्हा उपवन भेज दिया जाएगा।