जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। महराष्ट्र में जारी सियासी संकट लगातार बढ़ रहा है। दरअसल एकनाथ शिंदे ने महराष्ट्र सरकार की परेशानी लगातार बढ़ा दी है। इतना ही नहीं उनके साथ 35-36 विधायकों के साथ होने की बात सामने आ रही है।
देश की जानी-मानी न्यूज एजेंसी एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में देखा ज सकता है कि करीब 35-36 आदमी नजर आ रहे हैं। उधर शिवसेना के बागी विधायकों के संग सूरत से गुवाहाटी पहुंचे शिंदे ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
#WATCH | Maharashtra CM Uddhav Thackeray comes out to greet his supporters after his meeting with NCP chief Sharad Pawar and Supriya Sule at his residence in Mumbai pic.twitter.com/dXTCO53YNa
— ANI (@ANI) June 22, 2022
ऐसे में में महाराष्ट्र की सरकार के गिरने का खतरा बढ़ता जा रहा है लेकिन अब महाराष्ट्र की सरकार और शिवसेना पर संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने इमोशनल कार्ड खेलते हुए फेसबुक लाइव पर जनता को संबोधित करते हुए भावुक अपील कर डाली है। इतना ही नहीं यदि कोई मुझे सीएम नहीं देखना चाहता है तो सामने आकर कहें, लेकिन शिवसेना के साथ गद्दारी न करें।
#WATCH NCP leader Supriya Sule shows thumbs up after meeting with Maharashtra CM Uddhav Thackeray in Mumbai. The meeting between NCP's Sharad Pawar and CM Thackeray lasted around an hour. #Mumbai pic.twitter.com/3LGjf279M9
— ANI (@ANI) June 22, 2022
हालांकि इस दौरान उन्होंने इस बात को मान लिया है कि उनकहीी सरकार को संकट है। इसको लेकर उन्होंने कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि कहावत है कि पेड़ को जिस कुल्हाड़ी से काटा जाता है, उसमें लकड़ी ही लगी होती है। वही स्थिति आज पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि यदि मेरे ही लोग मुझे सीएम नहीं देखना चाहते हैं तो फिर मैं क्या कर सकता हूं, यह सबसे बड़ा सवाल है।
इसके आलावा उन्होंने कहा कि ‘यदि आप मुझे सीएम नहीं देखना चाहते हैं तो मेरे सामने कह सकते थे, इसके लिए सूरत जाने की क्या जरूरत थी। यदि गुवाहाटी गए विधायकों में से कोई भी आकर कहता है कि मुझे सीएम नहीं देखना चाहता तो तुरंत इस्तीफा दे दूंगा। जो भी कहना है, मेरे सामने आकर कहें। एक तरफ वे कहते हैं कि वे शिवसेना से गद्दारी नहीं करेंगे और बगावत भी करना गलत है।
‘ उन्होंने कहा कि मेरे सामने आकर रहें तो तुरंत इस्तीफा दे दूंगा। मेरे साथ जब तक शिवसेना के कार्यकर्ता हैं, तब तक किसी भी चुनौती से डरूंगा नहीं। यदि शिवसैनिकों को लगता है कि मैं शिवसेना का प्रमुख बनने लायक नहीं हूं तो मैं उसे भी छोडऩे के लिए तैयार हूं।