प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोविड-19 को लेकर अहम चर्चा की… हिल स्टेशन, पर्यटन स्थलों पर जुटती भीड़ को लेकर पीएम ने गहरी चिंता जतायी है और लोगों से सावधानी बरतने के लिए कहा है।
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर भले ही कमजोर होती नजर आ रही हो लेकिन तीसरी लहर का खतरा अब भी मंडरा रहा है। ऐसे में लोगों से कहा जा रहा कि किसी भी तरह की लापावाही न बरते।
सरकार भी इस वजह से बार-बार लोगों को सतर्क कर रही है लेकिन कई जगहों पर खुलेआम सरकारी गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही।
इसको लेकर पीएम मोदी ने चिंता जतायी है और उन्होंने सोमवार को पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना पर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में पीएम मोदी ने एक बार फिर कोरोना के खतरे को समझाने की कोशिश की है।
पूर्वोत्तर के राज्यों में एक्टिव केस की संख्या
- असम: 19594
- मणिपुर: 7520
- मिजोरम: 4336
- मेघालय :4110
- त्रिपुरा: 4100
- अरुणाचल प्रदेश: 3918
- सिक्किम: 2225
- नगालैंड: 959
उन्होंने बैठक में कहा कि हमें पहले से ज्यादा सतर्क रहने होगा। पीएम ने कहा कि माइक्रोकंटेनमेंट जोन बनाने की जरूरत है। इसमे जिम्मेदारी भी तय होगी।
यह भी पढ़ें : 15 जुलाई को बनारस से मोदी यूपी में फूकेंगे चुनावी बिगुल!
यह भी पढ़ें : दिल्ली वालों का खत्म हुआ मानसून का इंतजार
यह भी पढ़ें : लालू के इस कदम से बिहार में बढ़ी सियासी सरगर्मी
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बहरुपिया वायरस है, इसके म्यूटेंट से हमें सावधान रहना होगा। इसकी रोकथाम और इलाज पर फोकस करना है। हमें कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर भी नजऱ रखनी होगी।
म्यूटेशन के बाद ये कितना परेशान करने वाला होगा, इस बारे में एक्सपर्ट्स लगातार स्टडी कर रहे हैं। ऐसे में रोकथाम और इलाज बहुत जरूरी है।
उन्होंने आगे कहा कि ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है. लेकिन आज मैं बहुत जोर देकर कहूंगा कि हिल स्टेशंस में, मार्केट्स में बिना मास्क पहने, भारी भीड़ उमडऩा ठीक नहीं है।
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : हुकूमत क्या सिर्फ तमाशा देखने के लिए है
यह भी पढ़ें : टोक्यो ओलंपिक ने भारतीय हॉकी टीम के लिए फिर जगाई उम्मीद
उन्होंने बैठक में टीकाकरण को लेकर भी बात की है और इसका महत्व समझाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ अभियान की नॉर्थ ईस्ट में भी उतनी ही अहमियत है. तीसरी लहर से मुकाबले के लिए हमें वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज़ करते रहना है।