न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। चीन में 30 दिसंबर 2019 में कोरोना का पहला मरीज मिला था। उस वक्त चीन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिन्होंने इस वायरस की भयवहता बताने की कोशिश की, उसकी आवाज दबा दी गई। धीरे- धीर इस वायरस ने चीन से होते हुए दुनिया में पैर पसार दिया।
आज हालात ऐसे हैं कि दुनिया के कई देशों में इस वायरस ने मौत का तांडव मचा रखा है। दुनिया में कोरोना के कुल संदिग्धों की संख्या 4 लाख 71 हजार से ज्यादा हो चुकी है। साथ ही मरने वालों की संख्या भी 21 हजार के पार है।
ये भी पढ़े: कोरोना LIVE : संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 659
दुनिया के कुछ देश में लाशों का ढेर लग गया है, यहां तक कि लाशों का अंतिम संस्कार करने के लिए जगह की कमी हो चुकी है। कोरोना को हराने के लिए दुनिया के कई देशों को लॉकडाउन किया जा चुका है। इसमें भारत भी शामिल है। आइये आपको तस्वीरों में दिखाते हैं लॉकडाउन के दौरान दुनिया के हर देश में कैसे हैं हालात, लोगो में इतना खौफ है कि अब वे घरों से निकलने में बच रहे है।
स्पेन के बार्सिलोना में सिर्फ कबूतरों का डेरा नजर आएगा। कोरोना को हराने के लिए घरों में रहना काफी जरुरी है। इस देश में कोरोना ने अचानक ही विकराल रूप धर लिया। चीन को पीछे छोड़ अब स्पेन इटली के बाद कोरोना से प्रभावित दूसरा देश बन गया है।
ये भी पढ़े: कोरोना से निपटने के लिए BCCI ने क्यों लिया TEAM INDIA का सहारा
बैंकॉक की गलियां भी वीरान हैं। थाईलैंड, जहां लोगों की भीड़ रहती थी, वहां कोरोना का पहला मामला 13 जनवरी को सामने आया था। आज यहां संदिग्धों की संख्या 1 हजार पार कर चुका है, जबकि मरने वालों की संख्या 4 है। हालांकि यहां कर्फ्यू नहीं लगा है। फिर भी 26 मार्च से देश में इमरजेंसी लगा दी गई है।
ये भी पढ़े: दवा का पैसा न हो तो भी दवा दे दो, भुगतान मैं करूंगा
चीन, जहां से वायरस की शुरुआत हुई, वहां एक रेस्त्रां में अकेले बैठकर डिनर करता शख्स। यहां अभी तक वायरस से ग्रस्त लोगों की संख्या 81 हजार पार कर चुका है जबकि मरने वालों की संख्या 3200 पार है।
ये भी पढ़े: वित्त मंत्री का ऐलान, गरीबों को 1.70 लाख करोड़ की मदद देगी सरकार
बर्लिन में जर्मन सरकार ने लोगों से एक-दूसरे से दुरी मेंटेन करने को कहा है। जर्मनी में कोरोना का पहला मरीज म्यूनिच में 27 जनवरी को मिला था। अभी जर्मनी में कोरोना के कुल संदिग्धों की संख्या 37 हजार पार कर चुका है। मौत का आंकड़ा 200 के पार है।
ये भी पढ़े: BJP सांसद ने खुलेआम उड़ायी लॉकडाउन की धज्जियां
वेनेज़ुएला के काराकास में लॉकडाउन का लोग कड़ाई से पालन कर रहे। इस दौरान सड़कों पर कुछ ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है। यहां अभी तक वायरस के कुल 106 संदिग्ध मिले हैं। हालांकि एक भी मौत ना होना राहत की बात है। लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। ऐसे में स्थिति ठीक होने की उम्मीद है।
रश टाइम में खींची गई लंदन की ये तस्वीर बताने के लिए काफी है कि वायरस कितना खतरनाक है। यूके में कोरोना ने तेजी से तबाही मचाई। यहां अभी तक 8 हजार से ज्यादा लोग वायरस की चपेट में आ गए हैं। जबकि मौत का आंकड़ा चार सौ से पार कर गया है।
ये भी पढ़े: कर्फ्यू नहीं है लॉक डाउन
लॉस एंजिलिस में समुद्र का किनारा, जिसमें सिर्फ लोगों की भीड़ दिखती थी, आज वीरान है। यहां अभी तक इसके कुल 812 संदिग्ध मिले हैं। स्टेट में वायरस ने देर से एंट्री दी लेकिन जिस स्पीड से वायरस फ़ैल रहा है, हालात भयानक हो सकते हैं।
इटली के मिलान में जिन कुर्सियों पर पहले लोगों की भीड़ रहती थी, अब वहां परिंदा भी नजर नहीं आता। इटली ने कोरोना से मौत के मामले में चीन को पार कर दिया है। यहां मौत का आंकड़ा साढ़े सात हजार के पार है। जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 74 हजार के पार।
भारत की राजधानी नई दिल्ली के लाल किले के बाहर लगे मेले में फैला सन्नाटा। दिल्ली में बीते 24 घण्टे में कोरोना के 5 नए मामले सामने आए हैं। जबकि कुल 35 संदिग्ध मिले हैं।
न्यू जर्सी में रेस्त्रां खुले तो हैं लेकिन सिर्फ खाना पैक करवा कर घर ले जाने को। यहां लोग बैठकर खा नहीं सकते। यहां अभी तक कोरोना के संदिग्धों की संख्या 44 सौ पार कर गया है। जबकि मरने वालों की संख्या 62 है। बीते 24 घण्टे में ही यहां 736 नए मामले सामने आए हैं।
ये भी पढ़े: शेयर बाजार : सेंसेक्स 30 हजार के पार, निफ्टी में भी जोरदार उछाल
हमेशा रौनक रहे वाली न्यूयॉर्क की सड़कें लॉकडाउन में वीरान हो चुकी हैं। न्यू यॉर्क अब अमेरिका में कोरोना का एपीसेंटर बन चुका है। अभी यहां कोरोना के कुल 17 हजार 8 सौ संदिग्ध मिले हैं। जबकि मौत का आंकड़ा 200 पार है।
भारत का श्रीनगर, जहां इस समय टूरिस्ट की भीड़ होती थी, वहां अब कोई नजर नहीं आ रहा। जम्मू कश्मीर में अभी तक कोरोना के कुल 11 मामले सामने आए हैं। जिसमें बीते 24 घंटे में चार केस रिपोर्ट किये गए हैं।
ईरान के तेहरान में कुछ ऐसा नजारा है। पर्शियन न्यू ईयर के बीच ऐसा सन्नाटा किसी ने शायद ही देखा होगा। ईरान में कोरोना का पहला मरीज 19 फरवरी को मिला था। अभी तक यहां इसके कुल संदिग्ध मरीज 23 हजार से ज्यादा रिपोर्ट किये गए हैं। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 18 सौ से अधिक है।
ये भी पढ़े: कोरोना के कहर में कोई नहीं सोएगा भूखा, सुबह से खाना बना रहीं हैं यह महिलाएं