जुबिली न्यूज डेस्क
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हथियारबंद समर्थक को यूएस कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए। ऐसा नहीं है कि इससे पहले अमेरिकी कैपिटल परिसर पर हमले या हिंसा नहीं हुई, लेकिन इस तरह की हिंसा पहले कभी नहीं देखी गई। इस बिल्डिंग में अमेरिकी कांग्रेस के लोग बैठते हैं। बुधवार को कांग्रेस बाइडन की जीत की पुष्टि के लिए बैठी थी तभी ट्रंप समर्थकों ने हमला कर दिया। इसमें एक महिला की मौत भी हो गई है।
220 सालों में इस इमारत पर गोलीबारी भी हुई, बम भी फोड़े गए, लेकिन इतनी भारी मात्रा में हल्ला मचाती भीड़, संसद के खंबो पर चढ़ती, हिंसा मचाती भीड़ का ये कृत हैरान कर देने वाला है।
ट्रंप समर्थकों की हिंसक भीड़ और झड़प के दौरान यूएस कैपिटल बिल्डिंग की यह तस्वीर है। ट्रंप समर्थकों ने पूरी बिल्डिंग में अव्यवस्था फैला दी थी।
कैपिटल हिल में चल रही कार्यवाही से इतर जब ट्रंप समर्थकों ने अपना मार्च निकालना शुरू किया तो हंगामा होते देख सुरक्षा को बढ़ाया गया, लेकिन ये बवाल थमा नहीं और देखते ही देखते सभी समर्थक कैपिटल हिल की ओर चले गए। सुरक्षाबलों ने इस दौरान उन्हें रोकने के लिए लिए लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया।
कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज की प्रक्रिया चल रही थी जिसके तहत जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने पर मुहर की तैयारी थी।
ट्रंप के समर्थकों ने पहली बार इस तरह का बवाल नहीं किया है, इससे पहले भी ऐसे नजारे देखे जा चुके हैं, लेकिन कैपिटल हिल में घुसकर इस बार हद को पार किया गया। अमेरिका में ट्रंप समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई, इन सब में एक महिला की जान भी चली गई।
वॉशिंगटन में पूरा बवाल चल रहा था तब डोनाल्ड ट्रंप शांत रहे. लेकिन कुछ वक्त बाद उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने समर्थकों से घर वापस जाने की अपील की।
एक ट्रंप समर्थक प्रदर्शनकारी स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की ड्रेस मे ।
अमेरिका में इस तरह के बवाल की खबर पूरी दुनिया में आग की तरह फैली। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन, कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो समेत अन्य कई राष्ट्रप्रमुखों ने इस हिंसा की निंदा की और अमेरिकी इतिहास के लिए काला दिन करार दिया।
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस विवाद की निंदा की, साथ ही इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया। जो बाइडेन ने कहा कि ट्रंप को तुरंत देश से माफी मांगनी चाहिए, अपने समर्थकों को समझाना चाहिए।
एक प्रदर्शनकारी झंडा लहरा रहा है जिस पर लिखा है- मेरे राष्ट्रपति ट्रंप हैं।