जुबिली न्यूज डेस्क
मेरठ. सावन आते ही महादेव के भक्तों का ताता लग जाता है, ऐसे में यूपी के मेरठ में कावड़ यात्रा को लेकर बड़ा कदम उठाया है. 10 जुलाई से शुरू हो रही है. कांवड़ यात्रा को देखते हुए मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बड़ा फैसला लिया है.
बता दे कि मेरठ जिले में 10 से 15 जुलाई तक इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे. इसके अलावा इस साल कांवड़ियों की संख्या अधिक होने की वजह से हैवी ट्रैफिक रूट भी डायवर्ट रहेगा. गंगनहर मार्ग से कांवड़ियों को रवाना किया जा रहा है. इसके अलावा कहा गया है कि शहर के बाहर जाने वाले कांवड़िए बाइपास का इस्तेमाल करें.
शहर में वहीं आएं जिन्हें बुलंदशहर हापुड़ या गढ़मुक्तेश्वर जाना है. जिनको मेरठ में जल चढ़ाना है वो ही शहर के अंदर आएं. डीएम दीपक मीणा ने निर्देश दिए हैं कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित मीट शॉप्स पर पर्दे लगाएं और किसी भी प्रकार के मांस की बिक्री नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि इस बार कांवड़ियों की संख्या में इज़ाफा होने की संभावना है. लिहाजा व्यवस्था कड़ी होनी चाहिए. डाक कांवड़ को लेकर ख़ास रणनीति भी बनाई गई है. डाक कांवड़ियों से अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी तरह का कम्पटीशन न करें.
लखनऊ में कांवड़ यात्रा को लेकर हुई बैठक
उधर राजधानी लखनऊ में भी सावन माह और कांवड़ यात्रा पर डीजी एलओ प्रशांत कुमार ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी, ड्रोन और हाई रिजॉल्यूशन कैमरों से सुरक्षा सुनिश्चित कराई जायेगी. उत्तराखंड, हरियाणा , राजस्थान, पंजाब पुलिस के साथ वीसी कर कार्ययोजना तैयार की गई है.
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सभी प्रमुख शिव मंदिर, घाट, कांवड़ शिविर सीसीटीवी से लैस हैं. पुलिस मुख्यालय में कांवड़ यात्रा की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. कांवड़ रूट और संवेदनशील इलाकों में 243 कंपनी पीएसी, 3 कम्पनी एसडीआरएफ, 7 कम्पनी पैरा मिलिट्री तैनात किया गया है.