जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. कोरोना महामारी ने जहाँ दुनिया की हर गतिविधि पर ब्रेक लगा दिया है वहीं स्कूल कालेज भी मार्च से लगातार बंद हैं. विद्यार्थियों की शिक्षा व्यवस्था पर असर कम करने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई का काम पिछले काफी समय से किया जा रहा है. बड़ी कक्षाओं के साथ-साथ छोटी कक्षाओं के बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई में लगे हैं. मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की मानें तो स्कूलों को अगस्त महीने में खोला जा सकता है.
रमेश पोखरियाल निशंक ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू कहा है कि अगस्त के बाद स्कूलों को खोला जा सकता है. स्कूल खोले जाने को लेकर तरह-तरह के बयान सामने आते रहे हैं. जुलाई में स्कूलों को खोले जाने की बात सामने आने के बाद तमाम अभिभावकों ने इस बात को लेकर सख्त नाराजगी जताई थी कि जिस दौर में कोरोना इस बुरी तरह से फ़ैल रहा है उस दौर में बच्चो की सुरक्षा का ध्यान रखने के बजाय जुलाई में स्कूल खोलने की बात की जा रही है.
अभिभावकों ने इस बात की चिंता जताई थी कि अगर जुलाई में स्कूल खुले और छोटे बच्चे स्कूल जाकर संक्रमण का शिकार हो गए तो इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा. मानव संसाधन मंत्री का ताज़ा इंटरव्यू यह बात साफ़ कर देता है कि हालात अगर काबू में रहे तो सरकार 15 अगस्त के बाद स्कूल खोलने पर विचार करेगी लेकिन कक्षा 8 तक के स्कूलों पर फिलहाल कोई फैसला नहीं किया गया है. कक्षा 8 से ऊपर की कक्षाओं को भी खोलने का फैसला लिया गया तो भी एक समय में क्लास में 30 फीसदी से ज्यादा बच्चे मौजूद नहीं रहेंगे.
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एचआरडी मिनिस्टर की मानें तो अगर 15 अगस्त के बाद कक्षा 8 से ऊपर की कक्षाओं को खोलने का फैसला सरकार लेती है तो स्कूलों में थर्मल स्कैनर लगाए जायेंगे. शिक्षकों और विद्यार्थियों को मास्क और ग्लब्ज़ पहनना ज़रूरी होगा. स्कूल दो पालियों में चलेंगे ताकि कक्षा में फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सके. कक्षाओं को सीसीटीवी से लैस किया जाएगा ताकि जिला प्रशासन स्कूलों पर नज़र रख सकें कि पढ़ाई के दौरान कोई लापरवाही तो नहीं हो रही है.